Mukhtar Ansari: माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उसके घर कई बड़े नेता पहुंच रहे हैं. रविवार की रात को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी पहुंचे थे. अब समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव भी मुख्तार अंसारी के घर पहुंचे थे. अब धर्मेंद्र यादव के गाजीपुर स्थिति मुख्तार के घर जाने पर AIMIM ने सवाल खड़े कर दिए हैं.
AIMIM प्रवक्ता असीम वकार प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘मुख्तार के घर असदुद्दीन ओवैसी गए थे इसी वजह से अखिलेश यादव डर गए. इसके बाद अखिलेश यादव ने चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को मुख्तार अंसारी के घर पर भेजने का फैसला किया है. अखिलेश यादव को खुद मुख्तार अंसारी के घर जाना चाहिए था. यूपी की सियासत में मुख्तार अंसारी बहुत बड़ा नाम था.’
पोस्ट में नहीं लिखा मुख्तार अंसारी का नाम
असीम वकार ने कहा, ‘मुख्तार अंसारी पांच बार विधायक रहा था. उसका निधन जिस तरह हुआ है वह काफी दुखद है. मुख्तार के भतीजे सपा से विधायक हैं और बड़े भाई अफजाल अंसारी अभी सपा के प्रत्याशी हैं. अखिलेश यादव को मुख्तार अंसारी के घर सबसे पहले जाना चाहिए था. अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर पोस्ट में मुख्तार अंसारी का नाम तक नहीं लिखा था.’
उन्होंने कहा कि हैदराबाद से आकर असदुद्दीन ओवैसी मुख्तार अंसारी के घर गए थे. ऐसे में अखिलेश यादव को अपने सोशल मीडिया पोस्ट में मुख्तार अंसारी का नाम लिखना चाहिए था. मुख्तार के घर जाना हमारा इंसानी फर्ज था. सपा प्रमुख का भी फर्ज था कि वह मुख्तार अंसारी के घर जाएं. अब AIMIM चीफ के बयान से बाद सियासी बयानबाजी बढ़ने की संभावना है.
बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी रविवार की रात को गाजीपुर पहुंचे थे. जहां उन्होंने मुख्तार अंसारी के घर जाकर उसके परिजनों से मुलाकात की थी. असदुद्दीन ओवैसी की मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी साथ तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं. इसकी तस्वीर ओवैसी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी शेयर की है.