Haryana Politics: नायब सिंह सैनी सरकार ने बुधवार (13 मार्च) को हरियाणा विधानसभा में विश्वासमत हासिल कर लिया. ध्वनिमत से विश्वास प्रस्ताव पास हुआ. सैनी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. इससे पहले जेजेपी-बीजेपी गठबंधन सरकार टूट गई और मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. हालिया सियासी घटना पर जेजेपी के अध्यक्ष अजय चौटाला ने कहा कि राजनीति में नाटकीय घटनाक्रम चलते रहते हैं. थोड़ी देर में हम घोषणा करेंगे. बीजेपी का फैसला है, उनसे पूछिए.
वहीं, जेजेपी के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि संगठन ने दुष्यंत चौटाला को डिप्टी सीएम तक पहुंचाया था और 6 महीने बाद दुष्यंत को सीएम की कुर्सी तक पहुंचाएगा.उन्होंने कहा कि कल नायब सिंह सैनी बिना MLA बने सीएम बने हैं. 6 महीने की वैलिडिटी है. ये दिल्ली का सीएम सिर्फ 6 महीने रहेगा, 5 साल का सीएम दुष्यंत चौटाला रहेगा.
नायब सिंह सैनी ने विधानसभा में पेश किया प्रस्ताव
हरियाणा विधानसभा में बुधवार को सत्र शुरू होने के बाद प्लोर टेस्ट के लिए विश्वास मत का प्रस्ताव पेश किया गया है. सीएम नायब सिंह सैनी ने विधानसभा में यहा प्रस्ताव पेश किया था. वहीं इस प्रस्ताव के पेश होने के बाद जेजेपी ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लेने का ऐलान किया था. सीएम नायब सिंह सैनी ने मंगलवार को शपथ ग्रहण से पहले राज्यपाल को 48 विधायकों के समर्थन वाला पत्र दिया था. जिसके बाद संभावना जताई जा रही थी कि वह आसानी से बहुमत हासिल कर लेंगे. वहीं फ्लोर टेस्ट से पहले जेजेपी ने अपने विधायकों को विधानसभा में उपस्थित नहीं रहने के लिए लिए कहा था. लेकिन पार्टी लाइन के बाहर जाकर चार विधायक विधानसभा पहुंचे गए थे.
फ्लोर टेस्ट में मौजूद रहे अनिल विज
वहीं मंगलवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक से बीच में उठ कर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व गृह मंत्री अनिल विज चले गए थे. इसके बाद तमाम अटकलें लगाई जा रही थी और कहा जा रहा था कि वह नाराज हैं. लेकिन अब बुधवार को वह विधानसभा पहुंचे. फ्लोर टेस्ट पर हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने कहा, ”मैंने हर परिस्थिति में बीजेपी के लिए काम किया है और अभी भी करूंगा तथा पहले से कई गुना ज्यादा करूंगा.”