Neem Karoli Baba: नीम करौली बाबा की गिनती 20वीं शताब्दी के महान संतों में होती है. मान्यता है कि लगभग 17 वर्ष की आयु में बाबा को ज्ञान की प्राप्ति हो गई थी. नीम करौली बाबा के जीवनकाल में 2 बड़े आश्रमों का निर्माण हुआ था. पहला आश्रम वृंदावन और दूसरा आश्रम कैंची धाम (नैनीताल के पास) है. नीम करौली बाबा हनुमानजी के बड़े भक्त थे. यही वजह थी कि महाराजजी ने अपने जीवनकाल में 108 हनुमान मंदिर का निर्माण कराया था.
कहा जाता है एक बार बाबा ट्रेन में बिना टिकट सफर कर रहे थे. टीटी ने महाराज को अगले स्टेशन पर उतरने का फरमान सुना दिया. बाबा को उतारकर रेल अधिकारी ने ट्रेन चलाने का आदेश दिया. महाराज के उतरने के बाद चालक ने बहुत कोशिश की लेकिन ट्रेन आगे नहीं बढ़ सकी. ट्रेन में बैठे लोगों ने कहा ये बाबा का प्रकोप है. रेल के एक बड़े अधिकारी ने बाबा से माफी मांगी और उन्हें सम्मानपूर्वक ट्रेन में बिठाया गया.
अमेरिका में भी बाबा के मंदिर
बाबा जिस स्टेशन पर उतरे उसके पास ही नीम करौली गांव था, जहां बाबा के आग्रह पर नीम करौली स्टेशन बनाया गया. यहीं से बाबा की चमत्कारी कहानियां प्रसिद्ध हो गई और इस स्थान से पूरी दुनिया में बाबा का नाम नीम करौली बाबा के नाम से जाना जाने लगा. वर्तमान में भारत के साथ ही अमेरिका के टेक्सास में भी बाबा के मंदिर स्थित हैं. कैंची धाम जहां बाबा अपने जीवन के अंतिम दशक में रहे थे उसका निर्माण 1964 में हुआ था.
ये भी पढ़ें: Haldwani Violence: कौन हैं हल्द्वानी हिंसा में मारे गए 5 लोग? आपको अंदर तक झकझोर देगी अनस और प्रकाश की कहानी
इस आश्रम में हनुमानजी का मंदिर भी बनवाया गया था. बाबा ने अपने शरीर को 11 सितंबर 1973 को छोड़ दिया था. अब नीम करोली बाबा के भक्तों में दुनिया की बड़ी-बड़ी हस्तियां शामिल हैं. एप्पल कंपनी के फाउंडर स्टीव जॉब्स, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, क्रिकेटर विराट कोहली और अभिनेत्री अनुष्का शर्मा को उनका भक्त माना जाता है.