Nestle: नेस्ले द्वारा भारत में बेबी-फूड ब्रांडों में बड़ी मात्रा में एडेड शुगर यानी अतिरिक्त चीनी मिलाए जाने के मामले पर अब एक्शन की तैयारी शुरू हो गई है. इस मामले में अब उचित कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दे दिया गया है. केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने भारतीय खाद्य सुरक्षा और FSSAI से कंपनी के खिलाफ यह निर्देश जारी किए हैं.
FSSAI के सीईओ जी कमलावर्धन राव को एक पत्र 18 अप्रैल उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने लिखा है. जिसमें सचिव ने कहा है कि न्यूज रिपोर्टस के अनुसार नेस्ले पर स्विट्जरलैंड स्थित एक जांच एजेंसी पब्लिक आई के जांच की एक रिपोर्ट सामने आई है. रिपोर्ट के अनुसार भारत में बेचे जा रहे बेबी-फूड प्रोडक्ट सेरेलैक में चीनी की मात्रा ज्यादा मिलाई जा रही है.
जांच रिपोर्ट में किया गया है ये दावा
रिपोर्ट के अनुसार, जांच रिपोर्ट के आधार पर नेस्ले कंपनी पर आरोप लगा है कि वह भारत में बेचे जा रहे नेस्ले के सेरेलैक बेबी-फूड प्रोडक्ट में 2.7 ग्राम चीनी मिलाती है. जबकि दूसरी ओर जर्मन, फ्रांस और यूके जैसे अन्य देशों में इससे परहेज किया जाता है. नेस्ले उन देशों को जो प्रोडक्ट दे रही है उसमें चीनी की मात्रा काफी कम है.
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सचिव द्वारा जांच के लिए जारी निर्देश में कहा गया है कि अगर बेबी-फूड प्रोडक्टों में ज्यादा शूगर मिलाया जा रहा है तो यह हमारे देश में बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए गंभीर चिंता पैदा करता है. हमारे यहां मिल रहे प्रोडक्ट में अगर सुरक्षा मानकों का पालन नहीं हो रहा है तो यह गंभीर स्वास्थ्य संबंधित चिंताओं को जन्म देता है.
गैरतलब है कि रिपोर्ट में बताया गया है- नेस्ले कई देशों में बच्चों की दूध और सेरेलैक प्रोडक्ट्स में चीनी और शहद मिलाता है. ऐसा अंतरराष्ट्रीय दिशानिर्देशों का उल्लंघन है क्योंकि मोटापे और पुरानी बीमारियों को रोकने के लिए यह दिशानिर्देश दिए गए हैं.