नोएडा की सेक्टर-58 थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त कार्रवाई में नोएडा अथॉरिटी के 200 करोड़ के एफडी धोखाधड़ी मामले में मास्टरमाइंड मन्नू भोला और दो अन्य वांछित आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. मन्नू भोला पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था. इस कार्रवाई में भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज, पैन कार्ड, आधार कार्ड और फर्जी बैंक संबंधी दस्तावेज बरामद किए गए हैं.
दरअसल, नोएडा अथॉरिटी ने 200 करोड़ की एफडी बनाने के लिए बिड जारी की थी, जिसमें सेक्टर-62 की बैंक ऑफ इंडिया ने बिड जीती और नोएडा अथॉरिटी ने 100-100 करोड़ की दो एफडी बनाने के लिए बैंक को 200 करोड़ रुपये दिए. नियम यह है कि जिस बैंक में एफडी करानी है, उसमें बैंक अकाउंट होना जरूरी है.
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दूसरे खाता में ट्रांसफर करवाए 3.9 करोड़
ऐसे में नोएडा अथॉरिटी ने साइनिंग अथॉरिटी बनाई. हालांकि, हस्ताक्षर करने वाले अधिकारी के बैंक पहुंचने से पहले ही जालसाज बैंक में प्राधिकरण के अधिकारी बनकर पहुंच गए और 3.9 करोड़ रुपये दूसरे खाते में ट्रांसफर करवा लिए. जालसाजों ने 9 करोड़ रुपये और ट्रांसफर करवा लिए, लेकिन बैंक ने उसे जब्त करवा लिया. यह धोखाधड़ी तब सामने आई, जब पिछले साल जुलाई 2023 में नोएडा विकास प्राधिकरण ने बैंक ऑफ इंडिया की सेक्टर-62 शाखा में जमा 200 करोड़ रुपये की एफडी की पुष्टि के लिए बैंक से संपर्क किया. बैंक की ओर से दी गई जानकारी से पता चला कि एफडी फर्जी थी और 30 जून 2023 को 3.90 करोड़ रुपये दूसरे खाते में ट्रांसफर कर दिए गए.
थाना सेक्टर-58 में दर्ज कराई गई FIR
इस संबंध में नोएडा विकास प्राधिकरण ने 4 जुलाई 2023 को थाना सेक्टर-58 में एफआईआर दर्ज कराई. प्रारंभिक जांच में पता चला कि अपराधियों ने बैंक खाता खोलने के लिए जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल किया और नोएडा प्राधिकरण के नाम से फर्जी खाता खोलकर 3.90 करोड़ रुपये ट्रांसफर करा लिए. इस वारदात के पीछे मन्नू भोला मुख्य आरोपी था, जिसने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर धोखाधड़ी की साजिश रची थी.
पुलिस ने 2 आरोपियों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने दिल्ली के कबीर पैलेस होटल से मन्नू भोला और एक अन्य आरोपी त्रिदिब दास को गिरफ्तार कर लिया. जांच के दौरान पुलिस ने आरोपियों के पास से 7 मुहर, 5 आधार कार्ड, 2 पैन कार्ड, 14 डेबिट/क्रेडिट कार्ड, 5 चेक बुक, 2 पासबुक और अन्य फर्जी दस्तावेज बरामद किए. इस मामले में पांच आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें अब्दुल खादर, राजेश पांडे, सुधीर, मुरारी और राजेश बाबू शामिल हैं. अब्दुल खादर वही शख्स है, जिसने नोएडा अथॉरिटी के खाते से 3.90 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए थे. उसे पिछले साल ही गिरफ्तार किया गया था. पुलिस इस पूरे मामले में शामिल अन्य लोगों की तलाश कर रही है.