Farmers Protest: नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी के तहत आने वाले गांवों की अधिग्रहित जमीन के मुआवजे को लेकर एक बार फिर किसानों का आंदोलन तेज हो गया है. किसानों ने 2 दिसंबर को बड़ा प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने मुआवजा बढ़ाने की मांग की. इस दौरान वे दिल्ली कूच करना चाहते थे, जहां बॉर्डर पर पुलिस ने उनको रोक दिया. साथ ही अधिकारियों के हस्तक्षेप और बातचीत के बाद प्रदर्शनकारियों को दलित प्रेरणा स्थल पर धरना देने की अनुमति दी गई.
उत्तर प्रदेश | नोएडा में राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को पुलिस ने हिरासत में लिया#UttarPradesh #Noida #FarmersProtest #UPPolice #VistaarNews pic.twitter.com/0hEPkt9Z0f
— Vistaar News (@VistaarNews) December 3, 2024
टिकैत ने लगाए प्रशासन पर आरोप
बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. टिकैत ने फेसबुक लाइव के माध्यम से कहा कि प्रदर्शन के दौरान किसान नेताओं को अनुचित तरीके से गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार किसानों की आवाज दबाने और उनके अधिकारों को कुचलने की कोशिश कर रही है. टिकैत ने आंदोलन जारी रखने का संकल्प लिया और प्रशासन को चेतावनी दी कि वे दो घंटे में नोएडा पहुंचकर गिरफ्तार नेताओं के स्थान पर बैठक करेंगे.
पुलिस की कार्रवाई
मंगलवार को पुलिस ने दलित प्रेरणा स्थल पर धरना दे रहे 100 से अधिक किसानों को हिरासत में लिया और उन्हें बसों में भरकर ले गई. किसान नेताओं ने पुलिस पर परेशान करने का आरोप लगाया है. घटना के बाद धरना स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया, जिससे किसानों का गुस्सा बढ़ता नजर आ रहा है.
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किसानों से की अपील
दूसरी तरफ, पुलिस की कार्रवाई के बाद बीकेयू ने आपात बैठक बुलाई. बीकेयू ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि सभी किसान सिसौली मुजफ्फरनगर पहुंचें. टिकैत ने किसानों से कहा कि प्रदर्शन कर रहे किसानों को गिरफ्तार कर लिया गया है. ये तानाशाही किसानों की आवाज को दबा नहीं सकती है.