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PM मोदी के यूनिफॉर्म सिविल कोड वाले बयान पर भड़का विपक्ष, कांग्रेस ने विभाजनकारी भाषण बताया

opposition on PM Modi Speech

सलमान खुर्शीद, सुप्रिया सुले और पवन खेड़ा

Independence Day 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिल्ली के लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. इस बार उन्होंने देश को संबोधित किया. अपने संबोधन में उन्होंने कई बड़ी बातें रखी हैं. इस दौरान उन्होंने समान नागरिक संहिता पर कहा कि देश में एक सेकुलर सिविल कोड होना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के के बयान के बाद विपक्ष हमलावर है. विपक्ष का कहना है कि ये विभाजनकारी भाषण है.

सेक्युलर सिविल कोड पर कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने कहा, ‘ये विभाजनकारी भाषण है.’ सलमान खुर्शीद ने भ्रष्टाचार के मामले पर कहा, ‘उन्होंने अभी तक विपक्ष पर कार्रवाई की है, वो अपनी पार्टी के नेताओं पर कब कार्रवाई करेंगे.’सेक्युलर सिविल कोड को लेकर उन्होंने कहा,’संविधान सर्वोपरी है. संविधान जो इजाजत देगा वही होगा.’

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‘यह बीजेपी नहीं NDA की सरकार है’

इसके अलावा सुप्रिया सुले ने कहा, ‘यह बीजेपी नहीं NDA की सरकार है. इसलिए पीएम मोदी सेकुलर सिविल कोड की बात कर रहे हैं. गौरतलब है कि यूसीसी को लेकर अपने संबोधन में PM मोदी ने कहा, ‘हमारे देश के सर्वोच्च न्यायालय ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर लगातार विचार-विमर्श किया है और निर्देश जारी किए हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि हमारी आबादी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानता है कि हमारा वर्तमान नागरिक संहिता स्वाभाविक रूप से सांप्रदायिक और भेदभावपूर्ण है.

पीएम मोदी ने कहा कि मेरा दृढ़ विश्वास है कि इस मामले पर एक व्यापक चर्चा आवश्यक है, जहां विविध दृष्टिकोण साझा किए जा सकें. धार्मिक विभाजन को कायम रखने वाले कानूनों का आधुनिक समाज में कोई स्थान नहीं है.’

कांग्रेस ने पीएम मोदी पर निशाना साधा

प्रधानमंत्री के इस भाषण पर कांग्रेस के नेता और प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. पवन खेड़ा ने एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से कहा, “यह साहेब कितने ही साल इस पद पर रहें, इनका कद बढ़ ही नहीं सकता. ना इनके वैचारिक पूर्वजों को स्वतंत्रता दिवस से कोई मतलब था, ना इनके मन में आज के दिन की पवित्रता की समझ है.”

पवन खेड़ा ने बीजेपी और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल को निशाने पर लेते हुए कहा, “हां, संसद में हुआ हमला दुखदाई था; हां, कंधार विमान अपहरण ने देश को दहला दिया था, लेकिन स्वर्गीय वाजपेयी जी के ख़िलाफ़ बोलने का यह भी कोई मौक़ा है?” पवन खेड़ा ने लिखा कि वाजपेयी जी ने कम से कम पठानकोट हमले के बाद आईएसआई को निरीक्षण के लिए तो नहीं बुलाया था; आईएसआई को क्लीन चिट तो नहीं दी थी.

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