Winter Session: 25 नवंबर से 18वीं लोकसभा का तीसरा सत्र यानी शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है. 25 नवंबर से शुरू होने वाला यह सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा. इससे पहले रविवार को सर्वदलीय की बैठक हुई. इस दौरान कांग्रेस समेत विपक्षी नेताओं ने लोकसभा में पहले दिन अडानी मामले पर बहस की मांग की है.
इसके साथ ही कांग्रेस ने मणिपुर के मुद्दे पर भी बात करने को कहा है. कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने मीडिया को इसकी जानकारी दी है. इसके अलावा दिल्ली और देश के कई इलाकों में बढ़ रहे प्रदूषण को लेकर भी चर्चा की मांग राखी गई है. वहीं, सरकार इस बार शीतकालीन सत्र के दौरान पांच नए कानूनों सहित 15 विधेयक पेश करने की तैयारी कर रही है.
5 नए कानून सहित 15 विधेयक पेश करने की तैयारी
सोमवार से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान मोदी सरकार इस बार पांच नए कानूनों सहित 15 विधेयक पेश करने की तैयारी में है. पांच नए विधेयकों में सहकारी विश्वविद्यालय स्थापित करने वाला विधेयक भी शामिल हैं. वहीं लंबित विधेयकों में वक्फ (संशोधन) विधेयक भी शामिल है. जिसे दोनों सदनों की संयुक्त समिति द्वारा लोकसभा को अपनी रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद विचार और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया गया है.
शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार पंजाब कोर्ट्स संशोधन विधेयक, मर्चेंट शिपिंग विधेयक, तटीय शिपिंग विधेयक और भारतीय बंदरगाह विधेयक पेश कर सकती है. भारतीय वायुयान विधेयक भी राज्यसभा में लंबित है.
शीतकाल सत्र में विपक्ष का होगा हंगामा
रविवार को सर्वदलीय की बैठक में विपक्ष ने अडानी के नाम पर चर्चा करने की बात कही है. अमेरिका की न्यूयॉर्क फेडरल कोर्ट ने गौतम अडाणी सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को लगभग 2,200 करोड़ रुपए की रिश्वत देने की पेशकश का आरोप लगाया है. राहुल गांधी ने इस मामले पर JPC की मांग की है.
यह भी पढ़ें: IPL Mega Auction LIVE: श्रेयस अय्यर बने आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे प्लेयर, टूटा स्टार्क का रिकॉर्ड
वहीं, प्रमोद तिवारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘हमने मणिपुर मुद्दा उठाने को कहा है. बलात्कार, हत्याएं हो रही हैं और मणिपुर में कोई कानून व्यवस्था नहीं है. देश में बेरोजगारी के सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं. सेनाओं की वापसी का मुद्दा संसद में उठाया जाना चाहिए. मुझे इस बात की भी चिंता है कि उत्तर भारत में प्रदूषण की स्थिति और गंभीर होती जा रही है.’
20 दिसंबर तक चलने वाले शीतकालीन सत्र में केंद्र सरकार 5 नए कानूनो सहित 15 विधेयक पेश करेगी. वहीं शीतकालीन सत्र को लेकर सरकार ने अपने एजेंडे को लेकर जानकारी दी और सभी दलों से संसद के सुचारू संचालन की अपील की. संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा.