Jammu-Kashmir Terror Attack: रविवार देर रात जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में आतंकियों ने डॉक्टर समेत 7 लोगों की हत्या की है. जिसके बाद सोमवार सुबह इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के लश्कर-ए-तयैबा के संगठन द रेजिस्टेंस फोर्स (TRF) ने ली है. जानकारी के मुताबिक इस हमले का मास्टरमाइंड TRF चीफ शेख सज्जाद गुल था. इन आंतकियों ने हमले से पहले श्रीनगर-लेह नेशनल हाईवे की टनल कंस्ट्रक्शन साइट की 1 महीने रेकी की थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हमले में 3 आतंकियों के शामिल होने की बात कही जा रही है.
पंजाब और बिहार के मजदूर बने निशाना
जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले को लेकर पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि आतंकियों ने पंजाब और बिहार के मजदूरों को निशाना बनाया है. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि मारे गए लोगों में डॉक्टर की पहचान बड़गाम के शहनवाज अहमद के तौर पर हुई है. अन्य 6 मृतकों की पहचान पंजाब के गुरदासपुर के गुरमीत सिंह, बिहार के रहने वाले अनिल कुमार शुक्ला और फहीम नजीर, कठुआ के रहने वाले शशि अब्रोल, बिहार के मोहम्मद हनीफ और कलीम के रूप में की गई है. सभी मजदूर केंद्र की सुरंग प्रोजेक्ट में काम कर रहे थे.
कश्मीर में सुरक्षाबल अलर्ट
रविवार रात हुए इस हमले के बाद कश्मीर में सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं. देर रात से ही आतंकियों को ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. घटना के बाद नेशनल इंटेलिजेंस एजेंसी की टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है. इधर, घटना स्थल से 50 किलोमीटर दूर बारामूला में सुरक्षाबलों ने 1 आतंकी को भी मार गिराया है. उसके पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं.
बता दें, लश्कर-ए-तयैबा के संगठन द रेजिस्टेंस फोर्स पहले कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाया करते थे. पिछले एक से डेढ़ साल के दौरान इस संगठन ने अपनी स्ट्रेटेजी बदल ली है. अब वह कश्मीरी पंडितों के अलावा सिख और गैर स्थानीय लोगों को भी निशाना बना रहा है.
यह भी पढ़ें: ‘NDA का मतलब नरेंद्र दामोदर दास का…’, PM मोदी के तारीफ में बोले शंकराचार्य, कहा- सबको जोड़ने वाला नेता चाहिए
घाटी में हुए आतंकी हमले
पिछले कुछ दिनों में घाटी के अंदर आतंकियों ने गैर-स्थानीय युवक की हत्या की थी. इससे पहले 16 अक्टूबर को भी शोपियां में आतंकियों ने गैर-स्थानीय युवक की गोली मारकर हत्या कर दी थी. संदिग्ध परिस्थितियों में मिले शव की पहचान अशोक चौहान के रूप में हुई थी. अशोक चौहान बिहार से जम्मू कश्मीर मजदूरी करने गया था.