Stubble Burning: केंद्र सरकार ने पराली जलाने पर जुर्माने की राशि को दोगुना करते हुए नए नियम जारी किए हैं. अक्टूबर और नवंबर में उत्तर-पश्चिम भारत, खासतौर पर दिल्ली-एनसीआर, में बढ़ते प्रदूषण के पीछे पराली जलाना एक बड़ा कारण माना जाता है. अब पराली जलाने पर लगने वाले जुर्माने को बड़ा कर दोगुना कर दिया गया है.
क्या हैं नए नियम?
पराली जलाने पर लगाए जाने वाले जुर्माने के ये संशोधित नियम राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने जारी किए हैं. नए नियमों में दो एकड़ से कम जमीन वाले किसानों पर प्रति घटना ₹5,000 का जुर्माना लगेगा, दो से पांच एकड़ की जमीन वाले किसानों पर ₹10,000 का जुर्माना तय किया गया है और पांच एकड़ से ज्यादा जमीन रखने वाले किसानों को प्रति घटना ₹30,000 का जुर्माना भरना होगा. पिछले साल के नियमों में जुर्माना ₹2,500, ₹5,000, और ₹15,000 था, जिसे अब दोगुना कर दिया गया है.
दिल्ली की हवा में पराली का असर
दिल्ली में हवा की क्वालिटी पिछले कुछ दिनों से “बहुत खराब” श्रेणी में दर्ज की जा रही है. 1 नवंबर को पराली जलाने की घटनाओं का दिल्ली प्रदूषण में 35.1% योगदान था, जो इस सीजन में सबसे अधिक है. 2 नवंबर को यह योगदान 23.3% और 3 नवंबर को 20.3% रहा.
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पराली जलाने की समस्या के समाधान के लिए विशेषज्ञों का कहना है कि किसानों को पराली को हटाने के लिए दूसरे साधनों से सहायता दी जानी चाहिए. पराली जलाने के बजाए इसे खाद के रूप में इस्तेमाल करने, या नई तकनीकों के जरिये इसका सही से निपटारा करना चाहिए.