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PF Fraud: आत्मनिर्भर भारत योजना में पीएफ खातों से 3 करोड़ का फर्जीवाड़ा, तरीका हैरान करने वाला!

PF Fraud

आत्मनिर्भर भारत योजना में पीएफ खातों से फर्जीवाड़ा

PF Fraud: केंद्र सरकार की ओर से वर्ष 2020 में कोविड महामारी से उबरने के लिए आत्मनिर्भर भारत योजना शुरू की गई थी. इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी ने संकट को एक अवसर में बदलने के उद्देश्य से की. हालांकि अब केंद्र सरकार की योजना ही वित्तीय धोखाधड़ी की शिकार बन गई. केंद्र की इस योजना को लेकर बड़े फर्जीवाड़े खुलासा हुआ है. प्राप्त जानकारी के अनुसार फर्जी तरीके से कर्मचारी दिखाकर उन फर्जी कर्मचारियों के पीएफ के पैसे से फर्जीवाड़ा किया गया है.

ईपीएफओ ने दर्ज कराया केस

इस पूरे प्रकरण में फर्जी तरीके से कर्मचारी दिखाकर 2.87 करोड़ रुपए का पीएफ फर्जीवाड़ा पुलिस ने पकड़ा है. वसंत विहार इलाके के थानाध्यक्ष महादेव उनियाल ने इस मामले की जानकारी दी है. इस पूरे मामले पर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के देहरादून क्षेत्रीय कार्यालय ने बड़ा फैसला लेते हुए केस दर्ज कराया है. ईपीएफओ की ओर से आरोप लगाया गया है कि 933 लोगों को फर्जी तरीके से कर्मचारी दिखाकर वित्तीय धोखाधड़ी की गई है.

लोगों के आधार कार्ड और बैंक खातों का किया इस्तेमाल

ईपीएफओ ने सनराइज सिक्योरिटी एंड प्लेसमेंट सर्विसेज कंपनी पर केस दर्ज कराया है. मिली जानकारी के अनुसार देहरादून के ही नेहरू कॉलोनी में रहने वाले कंपनी के मालिक विकास कुमार ने फर्जीवाड़े के लिए 933 लोगों के आधार कार्ड और बैंक खातों का इस्तेमाल किया. यह सभी लोग संस्थान के कर्मचारी नहीं थे. इन्हें कर्मचारी बताकर आरोपी विकास केंद्र सरकार से दो साल तक पीएफ अनुदान लेता रहा.

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ईपीएफओ ने 16.01 लाख रुपए किए रिकवर

इन फर्जी पीएफ खातों में सरकार की ओर से 2.87 करोड़ रुपए जमा हुए. इसके बाद सभी खातों में पीएफ एडवांस के क्लेम कर कर्मचारियों के बैंक खातों में 31.90 लाख लिए गए. वहीं बाकी की राशि पीएफ खातों से बैंक खातों में क्लेम के जरिये ट्रांसफर हो रही थी कि इस बीच फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया. बताते चलें कि बैंक खातों में ट्रांसफर हो चुके 31.90 लाख में से ईपीएफओ ने 16.01 लाख रिकवर कर लिए हैं. वहीं अभी भी 15. 89 लाख रुपए आरोपी से वसूले जाने हैं.

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