Independence Day 2024: 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल क़िले से देश को संबोधित किया. ध्वजारोहण के बाद पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत में ही देश के सैनिकों, किसानों और युवाओं को सलाम किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि जब हम 40 करोड़ थे, तब हमने सफलतापूर्वक आज़ादी का सपना देखा. आज तो हम 140 करोड़ हैं. एक साथ मिलकर हम किसी भी बाधा को पार कर सकते हैं.”
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “आज़ादी के दीवानों ने हमें स्वतंत्रता की सांस लेने का सौभाग्य दिया है. ये देश उनका ऋणी है. ऐसे हर महापुरुष के प्रति हम अपना श्रद्धाभाव व्यक्त करते हैं.” लाल क़िले की प्राचीर से पीएम मोदी ने महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों को महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध के मामलों को गंभीरता से लेना चाहिए और दोषियों के मन में डर पैदा करना ज़रूरी है.
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बेटियों के प्रति जो अत्याचार हो रहे हैं- पीएम मोदी
हालांकि, पीएम मोदी ने सीधे तौर पर किसी मामले का ज़िक्र नहीं किया लेकिन फिलहाल कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की एक डॉक्टर से रेप और मर्डर के मामले में देशभर के डॉक्टर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. पीएम मोदी ने अपने भाषण में उनकी सरकार की कई उपलब्धियां गिनाईं और कहा कि भारत को 2047 तक विकसित देश बनाना ही उनकी सरकार का संकल्प है. उन्होंने सेक्युलर सिविल कोड और वन नेशन, वन इलेक्शन को समय की ज़रूरत बताया.
पीएम ने भाषण में बांग्लादेश के हिंदुओं की सुरक्षा का भी मुद्दा उठाया. पीएम मोदी ने कहा कि आज महिलाओं के ख़िलाफ़ हो रहे अपराध को गंभीरता से लिया जाना ज़रूरी है और दोषियों में डर पैदा करने की ज़रूरत है. उन्होंने कहा, “मैं आज लाल क़िले से अपनी पीड़ा व्यक्त करना चाहता हूं. हमें गंभीरता से सोचना होगा. हमारी माताओं, बहनों, बेटियों के प्रति जो अत्याचार हो रहे हैं, उसके प्रति जन सामान्य का आक्रोश है. इसे देश को, समाज को, हमारी राज्य सरकारों को गंभीरता से लेना होगा.”
“महिलाओं की भागीदारी में देश आगे बढ़ रहा है”
पीएम ने कहा कि महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराधों की जल्द से जल्द जांच हो. राक्षसी कृत्य करने वालों को जल्द से जल्द कड़ी सजा हो, ये समाज में विश्वास पैदा करने के लिए ज़रूरी है. मैं कहना चाहूंगा कि जब बलात्कार की घटनाएं होती हैं तो वो मीडिया में छाया रहता है लेकिन जब ऐसे राक्षसी कृत्य करने वालों को सज़ा होती है तो वह ख़बर नहीं बनता. मुझे लगता है कि समय आ गया है जब ऐसे कृत्य करने वालों की ख़बरें बनें. ये डर बनाना बहुत ज़रूरी है.” पीएम ने कहा कि महिलाओं की भागीदारी और नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है लेकिन उनके साथ अत्याचार चिंता की बात है.