Nehru’s Letter: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (PM Jawaharlal Nehru) से जुड़ा एक नया विवाद सामने आ रहा है. पूर्व पीएम के बहाने बीजेपी (BJP) ने एक बार कांग्रेस, सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर हमला बोला है. दरअसल, पीएम म्यूजियम (PM Museum) से जुड़े एक इतिहासकार रिजवान कादरी ने राहुल गांधी को चिट्ठी लिखी है. रिजवान कादरी ने राहुल गांधी से जवाहरलाल नेहरू से जुड़े खत वापस करने को कहा है.
जानकारी के मुताबिक यह चिट्ठियां उन्होंने एडविना माउंटबेटन (Edwina Mountbatten), जयप्रकाश नारायण (Jayaprakash Narayan) और अल्बर्ट आइंस्टीन (Albert Einstein) समेत कई लोगों को लिखी थीं. रिजवान ने चिट्ठी में नेहरू से जुड़े दस्तावेजों के 51 कार्टन वापस करने की बात कही है.
खत को लेकर बीजेपी ने सोनिया-राहुल को निशाने पर लिया
बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने कहा कि सोनिया गांधी को नेहरू के पत्र लौटाने चाहिए. पात्रा ने कहा, ”इस स्मारक में, शुरुआत में, केवल नेहरू जी के ऐतिहासिक रिकॉर्ड मौजूद थे, जिसमें वे सभी पत्र भी शामिल थे जो नेहरू जी ने वैश्विक नेताओं को लिखे थे. बाद में, यह पता चला कि वहां 51 कार्टन थे, जिनमें नेहरू जी द्वारा एडविना माउंटबेटन, जेपी नारायण को लिखे गए पत्र थे. 2008 में, जब सोनिया गांधी यूपीए अध्यक्ष थीं, तो उन्होंने एक दिन स्मारक का दौरा किया और इन सभी पत्रों को अपने साथ ले गईं.”
भाजपा सांसद ने कहा, “अब, एजीएम बैठक के दौरान इतिहासकार रिजवान जी ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर पूछा है कि ऐसा क्यों किया गया. उन्होंने राहुल गांधी से इन महत्वपूर्ण पत्रों को वापस करने का अनुरोध किया है.” उन्होंने कहा, ”क्या राहुल गांधी वास्तव में इन पत्रों को देश को वापस करने के लिए सोनिया गांधी से बात करेंगे? लोग जानना चाहते हैं कि नेहरू जी ने एडविना माउंटबेटन को क्या लिखा था. इन सभी दस्तावेजों के डिजिटलीकरण से पहले सोनिया गांधी ने ये पत्र क्यों ले लिए? इन पत्रों में ऐसा क्या था जो गांधी परिवार नहीं चाहता था कि देश को पता चले?”
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रिजवान ने राहुल गांधी को क्या लिखा है?
प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय सोसाइटी के सदस्य रिजवान कादरी ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर उन दस्तावेजों को वापस देने का अनुरोध किया है, जिन्हें कथित तौर पर सोनिया गांधी के आदेश पर संग्रहालय से हटा लिया गया था. रिजवान ने इन दस्तावेजों को “इतिहास का महत्वपूर्ण पहलू” बताया है.
इस बारे में रिजवान कादरी ने कहा, ”सितंबर 2024 में मैंने सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा था. मैंने अनुरोध किया कि लगभग 51 कार्टन, जो प्रधानमंत्री संग्रहालय (पूर्व में नेहरू मेमोरियल) में नेहरू संग्रह का हिस्सा थे, संस्थान को वापस कर दिए जाएं या हमें उन्हें स्कैन करने की अनुमति दी जाए. इससे हमें उनका अध्ययन करने और विभिन्न विद्वानों द्वारा शोध की सुविधा मिलेगी.”
रिजवान ने आगे बताया कि इनमें पं. जवाहरलाल नेहरू और लेडी माउंटबेटन के बीच महत्वपूर्ण पत्राचार मौजूद था. इसके अलावा पं. गोविंद बल्लभ पंत, जयप्रकाश नारायण और अन्य लोगों के साथ आदान-प्रदान किए गए पत्र भी शामिल हैं. ये पत्र भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं.