विदेश मंत्री एस जयशंकर (S. Jaishankar) ने गुरुवार को PoK को लेकर परोक्ष रूप से पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर हमला बोला. उन्होंने कहा, “भारत ने “किसी की कमजोरी या गलती” के कारण अपने महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक (पीओके) पड़ोसी पाकिस्तान के हाथों खो दिया था.” जयशंकर ने कहा, “मुझे लगता है कि पीओके भारत का हिस्सा है, और किसी की कमजोरी या गलती के कारण, यह अस्थायी रूप से हमसे दूर हो गया है.”
Vishwabandhu Bharat.
An interaction in Nashik, Maharashtra.@vijai63 https://t.co/F2mbRbuqHx
— Dr. S. Jaishankar (Modi Ka Parivar) (@DrSJaishankar) May 16, 2024
हम सभी चीन की हरकतों से वाकिफ हैं: जयशंकर
बता दें कि चीन “चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर” का निर्माण कर रहा है. 3,000 किलोमीटर की चीनी कॉरिडोर पीओके से होकर गुजरती है. जब इसको लेकर जयशंकर से सवाल किया गया कि अगर भारत ‘लक्ष्मण रेखा’ को पार करेगा और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को भारत में जोड़ेगा तो क्या चीन प्रतिक्रिया देगा? इस पर विदेश मंत्री ने कहा, “हम सभी चीन की पिछली हरकतों से वाकिफ हैं. हमने उनसे बार-बार कहा कि न तो पाकिस्तान और न ही चीन इस जमीन पर अपना दावा करता है. अगर कोई संप्रभु दावेदार है, तो वह भारत है.आप कब्जा कर रहे हैं, आप कर रहे हैं.” वहां निर्माण हो रहा है, लेकिन कानूनी स्वामित्व मेरा है.”
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1663 में पाकिस्तान ने चीन को सौंपे 5000 किसी क्षेत्र: जयशंकर
जयशंकर ने आगे कहा, “1963 में पाकिस्तान और चीन अपनी दोस्ती को आगे बढ़ाने के लिए सहमत हुए और चीन को करीब रखने के लिए, पाकिस्तान ने पाकिस्तान के कब्जे वाले लगभग 5,000 किमी क्षेत्र को चीन को सौंप दिया. उस समझौते में लिखा है कि अंततः चीन इस बात का सम्मान करेगा कि यह क्षेत्र उसका है या नहीं. कभी-कभी लोग सिर्फ क्षेत्र हड़प लेते हैं, और फिर बात यह है कि इसे कैसे हल किया जाए.”