Sandeshkhali Violence: पश्चिम बंगाल में कोलकाता से लगभग 100 किलोमीटर दूर सुंदरबन की सीमाओं से सटे स्थित संदेशखाली इलाका इन दिनों सियासी उबाल पर है. बीते दिन संदेशखाली में ED टीम पर हमले के आरोपी शेख शाहजहां की CBI कस्टडी को लेकर नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला. वहीं आज संदेशखाली जाने के लिये निकले BJP डेलिगेशन को विधानगर पुलिस ने न्यू टाउन में रोक दिया. इसके बाद पुलिस ने BJP सांसद लॉकेट चटर्जी और विधायक अग्निमित्रा पॉल समेत कई महिला नेताओं को हिरासत में ले लिया.
राज्य में कई संदेशखाली हैं- लॉकेट चटर्जी
संदेशखाली जा रहे डेलिगेशन का नेतृत्व कर रही पश्चिम बंगाल की भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने ममता सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, ‘देश संदेशखाली की स्थिति देख रहा है, लेकिन ममता बनर्जी संदेशखाली जाने की जगह TMC की रैलियों में भाग ले रही हैं.’ उन्होंने दावा किया कि राज्य में कई संदेशखाली हैं. उन्होंने कहा, ‘ एक दिन पश्चिम बंगाल के लोग यह सुनिश्चित करेंगे कि ममता बनर्जी सड़क पर आ जाएं.’ हिरासत में लिए जाने के बाद उन्होंने पूछा, ‘पुलिस हमें गिरफ्तार क्यों कर रही है, हमने क्या किया है?’
"…रोहिंग्या ममता बनर्जी का वोट बैंक हैं. राज्य के राष्ट्रवादी मुस्लिम और हिंदू उन्हें वोट नहीं देंगे. शेख शाहजहां जैसे अपराधी रोहिंग्याओं को पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने में मदद कर रहे हैं…", संदेशखाली घटना पर बोली- पश्चिम बंगाल से सांसद अग्निमित्रा पॉल#Sandeshkhali #BJP… pic.twitter.com/SOqV9FrQoc
— Vistaar News (@VistaarNews) March 7, 2024
राष्ट्रवादी मुस्लिम नहीं देंगे वोट- अग्निमित्रा पॉल
वहीं बंगाल की भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने भी संदेशखाली मामले पर ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए दावा किया कि रोहिंग्या ममता बनर्जी का वोट बैंक हैं. उन्होंने कहा, ‘ राष्ट्रवादी मुस्लिम और बंगाल के हिंदू उन्हें वोट नहीं देंगे.’ उन्होंने आरोपी शेख शाहजहां रोहिंग्या बताते हुए दावा किया कि ममता सरकार शेख शाहजहां जैसे अपराधी रोहिंग्याओं को पश्चिम बंगाल में घुसने में मदद कर रही है.
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5 जनवरी से जारी है बवाल
बता दें कि 5 जनवरी को ED की छापेमारी के दौरान उनकी टीम पर हुए हमले के बाद से संदेशखाली गांव चर्चा में है. इस घटना के बाद तृणमूल कांग्रेस के निलंबित नेता शेख शाहजहां पर गांव की महिलाओं ने यौन शोषण और जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया. इसके बाद गांव में महिलाओं ने उग्र प्रदर्शन किया. वहीं भाजपा भी लगातार सत्तारूढ़ टीएमसी पर हमला बोल रही है और पार्टी के नेताओं ने पहले भी कई बार संदेशखाली जाने का प्रयास भी किया है.