Prajwal Revanna: जनता दल सेक्युलर से निष्कासित और कर्नाटक की हासन लोकसभा सीट से सांसद प्रज्वल रेवन्ना को लेकर अब भारतीय विदेश मंत्रालय का बयान आया है. प्रज्वल रेवन्ना के जर्मनी में होने के सवाल पर विदेश मंत्रालय ने कहा, ”हमसे किसी भी तरह की कोई मंजूरी नहीं ली गई थी.” विदेश मंत्रालय ने आगे कहा कि सांसद की जर्मनी यात्रा को लेकर न तो किसी तरह की राजनीतिक मंजूरी मांगी गई थी और न ही इस संबंध में कोई जानकारी साझा की गई.
मंत्रालय की ओर से आगे कहा गया कि जो राजनीतिक क्लियरेंस लिया जाता है वो इस विजिट के लिए नहीं मांगा गया न हमने दिया. हमने वीजा नोट जारी नहीं किया है. डिप्लोमेटिक पासपोर्ट के लिए इसकी जरुरत नहीं होती. हमने किसी और देश के लिए भी वीजा नोट जारी नहीं किया है. वहीं आज गुरुवार को प्रज्वल के खिलाफ अपहरण के आरोप को लेकर एक और नया मामला कर्नाटक के मैसूर में दर्ज हुआ है.
क्या रद्द होगा डिप्लोमेटिक पासपोर्ट?
डिप्लोमेटिक पासपोर्ट रद्द किए जाने के सवाल पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि कोर्ट की तरफ से आदेश आएगा तो डिप्लोमेटिक पासपोर्ट खारिज करने की प्रक्रिया शुरु होगी. हमें अभी तक ऐसा कोई आदेश नहीं मिला है. बीते दिन कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था. जिसमें उन्होंने प्रज्वल रेवन्ना का डिप्लोमेटिक पासपोर्ट रद्द करने की मांग की है.
प्रज्वल रेवन्ना पर यौन शोषण का आरोप
हासन लोकसभा सीट से सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर कथित यौन शोषण का आरोप लगा है. इस मामले में जेडीएस ने प्रज्वल रेवन्ना को पार्टी से निष्कासित कर दिया है. रेवन्ना पर लगे आरोपों की जांच के लिए कर्नाटक सरकार ने एसआईटी का भी गठन किया है. ऐसा माना जा रहा है कि प्रज्वल रेवन्ना ने यौन शोषण के आरोप लगने का बाद विदेश भाग गए हैं और वह जर्मनी में हैं.