Vistaar NEWS

प्रियंका गांधी की वायनाड से उम्मीदवारी ने बढ़ाया सियासी तापमान, प्रमोद कृष्णम बोले- उन्हें हिंदुओं पर भरोसा नहीं

आचार्य प्रमोद कृष्णम (फाइल फोटो)

Acharya Pramod Krishnam: कांग्रेस नेता राहुल गांधी केरल की वायनाड संसदीय सीट से इस्तीफा देंगे और रायबरेली से सांसद बने रहेंगे. वायनाड से उनकी बहन प्रियंका गांधी उपचुनाव लड़ेंगी. इस बीच खबर है कि राहुल गांधी ने मंगलवार को रायबरेली बरकरार रखने और वायनाड लोकसभा सीट छोड़ने के बारे में लोकसभा अध्यक्ष कार्यालय को औपचारिक रूप से सूचित कर दिया है. उधर, प्रियंका गांधी की उम्मीदवारी के ऐलान ने सियासी तापमान भी बढ़ा दिया है. कांग्रेस के इस निर्णय पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सवाल उठाए हैं.

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, ”प्रियंका गांधी कांग्रेस में सबसे अधिक लोकप्रिय चेहरा हैं. उपचुनाव में टिकट देकर उनके कद को छोटा करने की कोशिश की गई है. प्रियंका गांधी को कांग्रेस ने वायनाड से लड़वाकर एक बार फिर सिद्ध कर दिया है कि उन्हें हिंदुओं पर भरोसा नहीं है.” वहीं, दूसरी तरफ बीजेपी ने भी कांग्रेस के निर्णय पर निशाना साधा है.

अमित मालवीय का पोस्ट

बीजेपी नेता अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “इतने सालों से हमें बताया जाता रहा है कि प्रियंका वाड्रा अमेठी और रायबरेली का प्रबंधन करती हैं. तो, जब समय आया, तो उन्हें वायनाड क्यों भेज दिया गया? उन्हें रायबरेली से क्यों नहीं उतारा गया, जैसे केएल शर्मा को अमेठी से उतारा गया था. बीजेपी से मुकाबला करें और कायरों की तरह भागने के बजाय उत्तर प्रदेश में अपनी वापसी साबित करें.”

ये भी पढ़ेंः झुलसाती गर्मी से राहत नहीं! एमपी-राजस्थान में Heat Wave बढ़ाएगी दिक्कत, जानें दिल्ली का हाल

‘प्रियंका पांच लाख वोटों से जीतकर आएंगी’

कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने आरोप-प्रत्यारोप के बीच दावा किया है कि प्रियंका गांधी वायनाड से पांच लाख वोटों से जीतकर आएंगी. उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, “मैं कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व और राहुल गांधी का धन्यवाद करना चाहता हूं. राहुल गांधी ने ये सही राजनीतिक निर्णय लिया है. इससे दोनों परिवारों का प्रतिनिधित्व होगा. इसके आलावा उन्होंने उत्तर प्रदेश के उस जनादेश का सम्मान भी कर दिया जिसने 80 में से 43 सीटें इंडिया गठबंधन को दी थी. प्रियंका गांधी वायनाड से 5 लाख वोटों से जीतकर आएंगी.”

Exit mobile version