Parliament Session: 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में ही सत्ता पक्ष और विपक्ष खुलकर आमने-सामने आ गए हैं. सोमवार को नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कई विवादित बयान दिए. उन्होंने एक ओर हिंदुओं को हिंसक और नफरती बताया तो दूसरी तरफ बीजेपी पर अल्पसंख्यकों के साथ अनुचित व्यवहार करने का आरोप लगाया. इस बीच खबर है कि उनके सदन में दिए गए भाषण के कई हिस्से रिकॉर्ड से हटा दिए गए हैं.
जानकारी के मुताबिक, लोकसभा में कल (1 जून) नेता विपक्ष राहुल गांधी के दिए गए भाषण के कई हिस्से रिकॉर्ड से हटा दिए गए हैं. हटाए गए हिस्सों में हिंदुओं, पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी समेत अन्य मुद्दों पर उनकी टिप्पणियां शामिल हैं.
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सूत्रों की मानें तो हिंदुओं और हिंसा को लेकर दिए गए राहुल गांधी के बयान को संसद की कार्यवाही से हटा दिया गया है. इसके अलावा राहुल के बीजेपी पर अल्पसंख्यकों के साथ अनुचित व्यवहार किए जाने संबंधी आरोप, अग्निवीर सेना की नहीं बल्कि पीएमओ की योजना है वाले बयान और उद्योगपति अंबानी और अडानी पर उनकी टिप्पणी को भी रिकॉर्ड से हटाया गया है.
राहुल गांधी ने हिंदुओं को बताया हिंसक!
लोकसभा में राहुल गांधी ने कहा, “मोदी जी ने अपने भाषण में एक दिन कहा कि हिंदुस्तान ने किसी पर आक्रमण नहीं किया. उसका कारण है, क्योंकि ये देश अहिंसा का देश है, ये देश डर का देश नहीं है. हमारे सभी महापुरुषों ने अहिंसा की बात की, डर मिटाने की बात की.. डरो मत, डराओ मत. दूसरी तरफ शिव जी कहते हैं- डरो मत, डराओ मत और त्रिशूल को जमीन में गाड़ देते हैं और जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा-हिंसा, नफरत-नफरत-नफरत… आप हिंदू हो ही नहीं. हिंदू धर्म में साफ लिखा है कि सत्य के साथ खड़ा होना चाहिए.”
भाजपा ने साधा निशाना
बीजेपी अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “राहुल गांधी को सभी हिंदुओं को हिंसक कहने के लिए तुरंत उनसे माफी मांगनी चाहिए. यह वही व्यक्ति है जो विदेशी राजनयिकों से कह रहा था कि हिंदू आतंकवादी हैं. हिंदुओं के प्रति यह अंतर्निहित नफरत बंद होनी चाहिए.”