Rahul Gandhi: लोकसभा में नेता विपक्ष बनने के बाद राहुल गांधी पहली बार अमेरिका की यात्रा पर हैं. ऐसे में उनके हर बयान, हर मुलाकात के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं. मंगलवार को राहुल ने वाशिंगटन के रेबर्न हाउस में अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों से मुलाकात की. इनमें ब्रैडली जेम्स शर्मन (मेजबान), जोनाथन जैकसन, रो खन्ना, राजा कृष्णमूर्ति, बारबरा ली, श्री थानेदार, जीसस जी. गार्सिया, इल्हान उमर, हैंक जॉनसन और जैन शाकोव्स्की शामिल थे. राहुल के इल्हान उमर से मिलने का विरोध शुरू हो गया है. सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने राहुल की उमर से मुलाकात पर सवाल उठाए हैं.
आपको बता दें कि इल्हान उमर 2019 से अमेरिकी कांग्रेस की डेमोक्रेट सदस्य हैं. वह मिनेसोटा के 5वें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट का प्रतिनिधित्व करती हैं. उमर, US कांग्रेस में पहली सोमाली अमेरिकी हैं और मिनेसोटा का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली गैर-अश्वेत महिला हैं. वह US कांग्रेस में शामिल पहली दो मुस्लिम महिलाओं (रशीदा तलीब के साथ) में से एक हैं. वह अमेरिका में अपने इजरायल विरोधी रुख की वजह से जानी जाती हैं.
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“यहूदियों के प्रति दे चुकी हैं नफरत भरे बयान”
इल्हान उमर का जन्म सोमालिया के मोगादिशु में हुआ था. 1991 में जब सोमाली गृह युद्ध छिड़ा, उसके फौरन बाद ही उमर अपने परिवार के साथ देश से भाग गईं. 1995 में USA में शरण मिलने से पहले उन्होंने केन्याई शरणार्थी शिविर में चार साल बिताए थे. इल्हान उमर, डेमोक्रेटिक पार्टी की लेफ्ट विंग की सदस्य हैं जिसे ‘Squad’ के नाम से जाना जाता है. वह यहूदियों के प्रति नफरत भरे बयानों के लिए निशाने पर आ चुकी हैं. उन्होंने कई मुद्दों पर भारत के खिलाफ बयान देकर भी सुर्खियां बटोरी हैं. हाल ही में, भारत और कनाडा के बीच कूटनीतिक तनाव पर उमर ने कहा था कि अमेरिका को सिख अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की कथित भूमिका की कनाडा की जांच का पूर्ण समर्थन करना चाहिए.
अप्रैल 2022 में, उमर ने मांग की कि अमेरिका हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत के साथ अपने सुरक्षा गठबंधन की समीक्षा करे. उमर ने 2019 में एक विधेयक के खिलाफ भी मतदान किया था, जो भारतीयों के लिए स्थायी निवास या ग्रीन कार्ड के लिए वेटिंग पीरियड को कम कर देता. उमर ने अक्टूबर 2019 में असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के खिलाफ अपना विरोध जताया था.
2022 में कर चुकी हैं पाकिस्तान का दौरा
अप्रैल 2022 में इल्हान उमर ने पाकिस्तान का दौरा किया था. वह शहबाज शरीफ और इमरान खान से मिली थीं लेकिन फिर पीओके के मुजफ्फराबाद पहुंच गईं. भारत ने उमर के POK जाने पर कड़ा ऐतराज जाहिर करते हुए इसे ‘छोटी मानसिकता वाली राजनीति’ करार दिया था. इस यात्रा के दो महीने बाद, उन्होंने कांग्रेस में एक प्रस्ताव पेश किया था, जिसमें भारत की निंदा की गई थी. बाद में आई एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि इल्हान उमर की यात्रा को पाकिस्तान सरकार ने प्रायोजित किया था.
बीजेपी ने उठाया सवाल
बीजेपी नेता निशिकांत दुबे ने कहा कि लाल घेरे में यह महिला अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता इल्हान उमर है, जो खालिस्तान और कश्मीर को अलग देश बनाने का लगातार समर्थन करती हैं. अभी अमेरिका में राहुल गांधी जी इसी एजेंडे के लिए समर्थन जुटा रहे हैं.