Ram Mandir Inauguration: पूर्व उप-प्रधानमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हिस्सा लेने अयोध्या नहीं जाएंगे. उन्होंने स्वास्थ्य कारण का हवाला देते हुए ये फैसला लिया है. बीजेपी नेता अपने दिल्ली के आवास पर ही पूरे दिन रहेंगे. इस दौरान वो अपने आवास पर ही लाइव समारोह का आनंद लेंगे.
दरअसल, बीते महीने ही बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण मिला था. तब वीएचपी ने बयान जारी कर इसकी जानकारी दी थी. वीएचपी के ओर से कहा गया था कि मंदिर आंदोलन के पुरोधा लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को समारोह के लिए निमंत्रण दिया गया है. निमंत्रण देते वक्त उनके साथ आंदोलन से जुड़ी कुछ बाते हुई हैं.
कार्यक्रम की ली थी विस्तृत जानकारी
कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा था, ‘RSS के सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल और रामलाल ने लालकृ्ष्ण आडवाणी को निमंत्रण दिया है. उन्होंने कार्यक्रम के संबंध में भी विस्तृत जानकारी ली है. उन्हें आश्वासन दिया गया है कि जैसी व्यवस्था वो चाहेंगे उपलब्ध कराइ जाएगी.’ उन्होंने स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के बाद भी निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है. हालांकि उस वक्त उन्होंने अयोध्या आने की इच्छा जताई थी.
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हालांकि अब लालकृ्ष्ण आडवाणी ने बढ़ी हुई ठंड और 96 साल की उम्र में अपने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए समारोह में नहीं जाने का फैसला किया है. सूत्रों की मानें तो अचानक ये फैसला किया गया है, लेकिन पहले उन्होंने जाने की तैयारी की थी. गौरतलब है कि लालकृ्ष्ण आडवाणी राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख चेहरा रहे हैं. उन्होंने आंदोलन के दौरान सोमनाथ से अयोध्या तक रथ यात्रा की थी.
उनका मुरली मनोहर जोशी, विनय काटयार, उमा भारती, कल्याण सिंह जैसे बीजेपी के दिग्गज नेताओं ने साथ दिया था. बीजेपी के लिए ये रथ यात्रा मील का पत्थर साबित हुई. लालकृष्ण आडवाणी 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बनी सरकार के दौरान उपप्रधानमंत्री भी थे. दोनों नेताओं ने मिलकर पांच साल एनडीए की सरकार चलाई थी.