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Ration Distribution Scam: राशन घोटाले में जेल में बंद ज्योतिप्रिय मलिक को वन मंत्री के पद से हटाया, सीएम ममता की सलाह पर राज्यपाल ने की कार्रवाई

jyotipriya mallick

ज्योतिप्रिय मलिक

Ration Distribution Scam: पश्चिम बंगाल सरकार ने करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाला मामले में संलिप्तता के आरोप में जेल में बंद ज्योतिप्रिय मलिक को वन मंत्री के पद से हटाकर यह विभाग बीरबाहा हांसदा को सौंप दिया है. हांसदा वन एवं स्वयं सहायता-स्वरोजगार समूह (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री हैं.

ज्योतिप्रिय मलिक का एक अन्य विभाग सार्वजनिक उद्यम एवं औद्योगिक पुनर्निर्माण, पार्थ भौमिक को सौंपा गया है. भौमिक सिंचाई एवं जलमार्ग विभाग के प्रभारी मंत्री हैं.

एक अधिकारी ने बताया कि यह फैसला सीएम ममता बनर्जी की सलाह के मुताबिक लिया गया है. राजभवन से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने संविधान के अनुच्छेद 166(3) के तहत अपनी शक्तियों का उपयोग करते हुए मलिक को तत्काल प्रभाव से मंत्री के रूप में उनके कर्तव्यों से मुक्त कर दिया.

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जेल में बंद हैं मलिक

बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में ईडी ने राशन वितरण घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत मलिक को गिरफ्तार किया था. इस मामले को बीजेपी ने प्रमुखता से उठाया था और ममता सरकार पर जमकर निशाना साधा था. हालांकि, गिरफ्तारी के बाद से ही मलिक मंत्री पद पर बने हुए थे. लेकिन अब उन्हें वन मंत्री के पद से हटाकर ये जिम्मेदारी हांसदा को सौंप दी गई है.

शाहजहां भी ईडी की रडार पर

दूसरी तरफ, संदेशखाली हिंसा मामले में फरार टीएमसी नेता शेख शाहजहां भी ईडी के रडार पर हैं. शाहजहां को बंगाल के पूर्व मंत्री का करीबी माना जाता है. इस मामले को लेकर बीजेपी ने ममता सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. बीजेपी ने सीएम ममता बनर्जी की सरकार पर शाहजहां को संरक्षण देने का आरोप लगाया है. शुक्रवार को बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने संदेशखाली का दौरा किया था और पीड़ितों से मुलाकात करने की कोशिश की थी. हालांकि, पुलिस ने उन्हें पहले ही रोक दिया, जिसके बाद बीजेपी के नेता धरने पर बैठ गए थे.

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