संसद रत्न पुरस्कार से सम्मानित होंगे BJP MP रवि किशन, जानें कैसे होता है चयन

Ravi Kishan: गोरखपुर से BJP सांसद रवि किशन को 'संसद रत्न पुरस्कार 2025' से सम्मानित किया जाएगा. जानिए कैसे होता है इसके लिए चयन-
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BJP सासंद रवि किशन

Ravi Kishan: गोरखपुर से BJP सांसद और भोजपुरी फिल्मों के लोकप्रिय अभिनेता रवि किशन को ‘संसद रत्न पुरस्कार 2025’ से नवाजा जाएगा. यह सम्मान उन्हें भारतीय लोकतंत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जा रहा है. पुरस्कार समारोह जुलाई 2025 के अंतिम सप्ताह में नई दिल्ली में आयोजित होगा.

संसद में रवि किशन का योगदान

BJP सांसद रवि किशन अपनी संसदीय सक्रियता के लिए जाने जाते हैं. वह संसद में नियमित उपस्थिति, प्रभावशाली बहस और जनहित के मुद्दों को उठाने में अग्रणी रहे हैं. शिक्षा, युवा रोजगार, फिल्म उद्योग, सीमा सुरक्षा और पूर्वांचल के विकास जैसे विषयों पर उनकी आवाज संसद में गूंजती रही है. उनकी इस प्रतिबद्धता को संसद रत्न पुरस्कार के जरिए मान्यता मिलना गोरखपुर और देश के लिए गर्व की बात है.

संसद रत्न पुरस्कार का महत्व

संसद रत्न पुरस्कार की शुरुआत 2010 में प्राइम पॉइंट फाउंडेशन और ई-मैगजीन ‘प्रीसेंस’ द्वारा की गई थी. इसकी प्रेरणा पूर्व राष्ट्रपति डॉ. APJ अब्दुल कलाम ने दी थी, जिन्होंने चेन्नई में पहले समारोह का उद्घाटन किया था. अब तक 14 संस्करणों में 125 सांसदों और संसदीय समितियों को यह पुरस्कार दिया जा चुका है.

यह पुरस्कार नागरिक समाज द्वारा प्रदान किया जाता है और संसद में कार्यकुशलता, जवाबदेही और सक्रियता को सम्मानित करता है. नामांकन राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (NCBC) के अध्यक्ष हंसराज गंगाराम अहीर की अध्यक्षता वाली जूरी द्वारा किया जाता है, जिसमें संसदीय विशेषज्ञ और पूर्व पुरस्कार विजेता शामिल होते हैं.

सांसद रवि किशन ने जताई खुशी

रवि किशन ने इस सम्मान पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा- ‘यह पुरस्कार मेरे लिए गर्व का क्षण है. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गोरखपुर की जनता का दिल से आभार व्यक्त करता हूं. यह सम्मान मेरे लिए नहीं, बल्कि गोरखपुर की जनता की सेवा और उनके विश्वास की जीत है.’

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कैसे होता है चयन

पुरस्कार के लिए सांसदों का चयन लोकसभा और राज्यसभा सचिवालयों के साथ-साथ पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च के डेटा के आधार पर होता है. इसमें सांसद की बहसों में भागीदारी, निजी विधेयकों की प्रस्तुति और पूछे गए सवालों की संख्या जैसे मानदंड शामिल हैं. इस साल 17 सांसदों और दो संसदीय समितियों को नामांकित किया गया है, जिनमें से चार को ‘विशेष उत्कृष्टता’ श्रेणी में पुरस्कार मिलेगा.

लोकतंत्र की मजबूती का प्रतीक

रवि किशन का यह सम्मान न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि उन सभी जनप्रतिनिधियों के लिए प्रेरणा है, जो लोकतंत्र को मजबूत करने में योगदान दे रहे हैं. यह पुरस्कार गोरखपुर की जनता के लिए भी गर्व का विषय है, जिनके हितों के लिए रवि किशन निरंतर कार्यरत हैं.

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