यूपी का ‘डॉक्टर डेथ’ राजस्थान से गिरफ्तार, 50 से ज्यादा लोगों की हत्या का है आरोप, मर्डर के बाद मगरमच्छों को खिला देता था शव

दिल्ली पुलिस ने डॉ. देवेंद्र शर्मा को राजस्थान के दौसा के एक आश्रम से गिरफ्तार किया है. देवेंद्र शर्मा को 'डॉक्टर डेथ' के नाम से भी जाना जाता है और उस पर 50 से ज्यादा लोगों की हत्या का आरोप है.
Devendra Sharma

देवेंद्र शर्मा

Crime: दिल्ली पुलिस ने डॉ. देवेंद्र शर्मा को राजस्थान के दौसा के एक आश्रम से गिरफ्तार किया है. देवेंद्र शर्मा को ‘डॉक्टर डेथ’ के नाम से भी जाना जाता है और उस पर 50 से ज्यादा लोगों की हत्या का आरोप है. वह 2023 में परोल पर रिहा होने के बाद से फरार चल रहा था. देवेंद्र हत्या के बाद सबूत मिटाने के लिए शवों को उत्तर प्रदेश के कासगंज में मगरमच्छों से भरी नहर में फेंक देता था.

डॉक्टर से बना सीरियल किलर

अलीगढ़ के रहने वाले देवेंद्र शर्मा राजस्थान में 11 साल तक मेडिकल प्रैक्टिस की. इसके बाद, उसने डॉक्टरी छोड़ गैस एजेंसी खोलने का प्रयास किया, लेकिन धोखाधड़ी का शिकार हो गया. 1998 से 2004 के बीच उसने एक अवैध किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट भी चलाया, जिसमें उसने डॉक्टरों औकी मदद से दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में 125 से अधिक अवैध ट्रांसप्लांट करवाए.

किडनी रैकेट से भी मन नहीं भरा तो देवेंद्र ने टैक्सी ड्राइवरों को निशाना बनाना शुरू किया. वह दिल्ली से टैक्सी किराए पर लेता, ड्राइवरों की हत्या करता और सबूत मिटाने के लिए लाशों को यूपी के कासगंज में हज़ारा नहर में मगरमच्छों को खिला देता था. हत्या के बाद वह गाड़ियों को बेच दिया था.

ऐसे फंसा कानून के शिकंजे में

एक समय के बाद पुलिस ने उसे 21 टैक्सी चालकों की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. बाद में उसने खुद 50 से ज़्यादा हत्याएं कबूल कीं और यह भी कहा कि उसे 50 के बाद गिनती याद नहीं. चूंकि पुलिस को पीड़ितों के शव कभी नहीं मिले, इसलिए देवेंद्र को केवल सात हत्याओं के लिए आजीवन कारावास की सज़ा मिली. उसकी करतूतों का पता चलने के बाद उसकी पत्नी और बच्चों ने उसे छोड़ दिया था.

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परोल पर फ़रार और फिर गिरफ्तारी

जनवरी 2020 में, देवेंद्र को अच्छे चाल-चलन के कारण जयपुर सेंट्रल जेल से परोल पर रिहा किया गया, लेकिन वह वापस नहीं लौटा. कुछ महीनों बाद पुलिस ने उसे तिहाड़ जेल भेज दिया गया. जून 2023 में उसे फिर से दो महीने की परोल मिली, लेकिन वह फिर से जेल नहीं लौटा. पुलिस को उसकी तलाश में 6 महीने बाद राजस्थान के दौसा में उसके मोबाइल रिचार्ज का सुराग मिला. पुलिस टीम ने दौसा के एक आश्रम में पुजारी के भेष में छिपे देवेंद्र को एक हफ़्ते की निगरानी के बाद गिरफ्तार कर लिया.

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