Maha Kumbh 2025: 12 साल पर आने वाला महाकुंभ हिंदू धर्म में बेहद अहम स्थान रखता है. महाकुंभ का महत्त्व इसी से लगाया जा सकता है कि इसकी तैयारी कई महीनों पहले से शुरू कर दी जाती है. यह देश के 4 धार्मिक स्थलों पर हर 12 साल पर एक बार होता है. इसमें शामिल होने के लिए कई नियमों का पालन किया जाता है. ऐसे में इस महाकुंभ मेले में किन धर्मों के लोगों के आने की अनुमति है और किसे नहीं यह जानना बेहद जरुरी है. तो चलिए सनातन धर्म गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद से जानते हैं महाकुंभ में शामिल होने के नियम क्या हैं?
एक समाचार चैनल से बात करते हुए शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने महाकुंभ के नियमों के बारे में बात करते हुए बताया कि, ‘परंपरा से हमारा कुंभ होता चला आ रहा है, हर साल माघ का मेला भी लगता है. ऐसे में समझना पड़ेगा कि इस बार ऐसा क्या हो गया जो हमने यह बात कही है. बात यह है कि पिछले एक-दो साल से सोशल मीडिया पर ऐसे वाीडियो और ऐसे चित्र आए, जिनसे यह सिद्ध होता है कि मुस्लिम धर्म को मानने वाले लोग भोजन की कोई चीज तैयार करते थे तो उसमें थूक देते थे. यहां तक कि पेशाब करने के उदाहरण भी दिखाई दिए. इस तरह की बातें आती थीं लेकिन किसी मुस्लिम धर्मगुरू ने इसका खंडन नहीं किया. उन्होंने नहीं कहा कि जब तुम हिंदुओं के लिए भोजन बना रहे हो तो उसमें क्यों थूक रहे हो. यह इस्लाम के अनुरूप नहीं है, क्यों ना तुम्हें इस्लाम से बाहर कर दिया जाए. ऐसा भी कोई आदेश नहीं आया.’
सवाल मुसलमानों का नहीं हमारी पवित्रता का है
शंकराचार्य ने आगे कहा, ‘इस बीच दक्षिण भारत की एक अदालत में मुसलमानों की ओर से एक हलफनामा आया, जिसमें कहा गया कि भोजन की वस्तु में थूक देना हमारे लिए सुन्नत है. उनके लिए वो सुन्नत हो सकता है लेकिन हमारे लिए वो अपवित्र हो जाता है. ऐसी स्थिति में हम अपनी पवित्रता के लिए जागरूक हुए हैं. इसीलिए हमें इस बार सख्ती करनी पड़ेगी कि ऐसे लोग महाकुंभ में ना आएं. यहां पर सवाल मुसलमानों का नहीं है. यहां सवाल हमारी पवित्रता का है.’
वक्फ की जमीन पर महाकुंभ? क्या बोले शंकराचार्य
मुस्लिम धर्मगुरू के वक्फ की जमीन पर कुंभ को लेकर शंकराचार्य ने कहा, ‘अगर ऐसा है तो हम उन्हें इसके लिए धन्यवाद देते हैं. लेकिन पहले यह बात साबित तो हो उन्होंने जमीन दी है कि नहीं. हमने पहले भी धन्यवाद दिया है, आगे भी देंगे. लेकिन हम अपनी पवित्रता को बनाए रखेंगे.’
‘मजारों में हिंदुओं का प्रवेश बंद करवा दें’
संभल सांसद के मजारों में हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध वाले बयान पर शंकराचार्य ने कहा, ‘जितनी जल्दी वो ऐसा कर दें, हम उनक धन्यवाद करेंगे. मक्का में 40 किलोमीटर दूर गैर मुस्लिम को रोक दिया जाता है. तो वो हमारे कुंभ में क्यों आना चाहते हैं. अगर वो हिंदुओं को मजारों पर जाने से रोक दें, तो इससे अच्छा कुछ नहीं होगा.’