Suraj Pal Amu Resigns: देश में लोकसभा चुनाव का दौर जारी है. इस बीच हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी को एक बार फिर से बड़ा झटका लगा है. कुछ दिनों पहले राज्य सरकार से 3 निर्दलीय विधायकों ने अपना समर्थन वापस ले लिया था. अब हरियाणा BJP में राजपूत समाज के बड़े नेता ने पार्टी का साथ छोड़ दिया है. बता दें कि बीते कुछ दिनों से BJP प्रत्याशी पुरुषोत्तम रूपाला की टिप्पणी से राजपूत समाज के लोग नाराज बताए जा रहे हैं.
पुरुषोत्तम रूपाला को संरक्षण देने से मन दुखी- सूरज पाल अम्मू
गुरुवार को राजपूत समाज के बड़े नेता सूरज पाल अम्मू ने BJP को अलविदा कह दिया है. उन्होंने BJP उम्मीदवार पुरुषोत्तम रूपाला की राजपूत समाज को लेकर की गई टिप्पणी से नाराज थे. सूरज पाल अम्मू ने BJP राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को चिट्ठी लिखकर अपनी नाराजगी की वजह बताई है. चिट्ठी में उन्होंने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और BJP उम्मीदवार की ओर से क्षत्रिय समाज के बारे में टिप्पणी करने के बाद उन्हें प्रत्याशी बनाना और उन्हें संरक्षण देने से मन दुखी है और इसी दुखी मन के साथ आज मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं.
क्षत्रिय समाज का प्रतिनिधित्व कम किया जा रहा है- सूरज पाल
जेपी नड्डा को लिखे पत्र में सूरज पाल अम्मू ने आगे लिखा कि मैंने 34 साल तक पार्टी के लिए निस्वार्थ काम किया, उसके बावजूद कभी टिकट की अभिलाषा नहीं रखी, लेकिन साल 2014 के बाद से राजनीति में भी क्षत्रिय समाज का प्रतिनिधित्व कम किया जा रहा है. इसके अलावा कद्दावर नेताओं को भी पार्टी से दरकिनार किया जा रहा है. करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पद्मावत फिल्म की रिलीज के समय क्षत्रिय समाज के सम्मान को बचाने के लिए सड़कों पर उतरे नौजवानों पर जबरन मुकदमे दर्ज कर हजारों नौजवानों का भविष्य बर्बाद करने की कार्रवाई BJP शासित प्रदेशों में की गई.
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पुरुषोत्तम रूपाला पर राजपूत समाज पर टिप्पणी करने का आरोप
बता दें कि कुछ दिनों से राजपूत समाज के लोग BJP से नाराज बताए जा रहे हैं. इसे लेकर कई जगह विरोध भी किया जा रहा है. BJP की ओर से भी नाराजगी को दूर करने का प्रयास भी किया जा रहा है. BJP नेता और राजकोट लोकसभा सीट से प्रत्याशी पुरुषोत्तम रूपाला पर राजपूत समाज पर टिप्पणी करने का आरोप है. इसके बाद से राजपूत समाज की तरफ से BJP के लिए नाराजगी की खबरें आ रही हैं. अब इसका असर हरियाणा में भी देखने को मिला है. हरियाणा में भी इसे लेकर पार्टी के कई बड़े नेताओं ने अलविदा कह दिया है.