Vistaar NEWS

“सभ्य समाज में ये स्वीकार नहीं…”, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों को लेकर प्रियंका गांधी का पहला रिएक्शन

Priyanka Gandhi

Priyanka Gandhi

Bangladesh Violence: बांग्लादेश में हो रहे बवाल के बीच अब कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी वाड्रा का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि पड़ोसी देश बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं, ईसाइयों और बौद्धों पर लगातार हो रहे हमलों की खबरें परेशान करने वाली हैं. हमें उम्मीद है कि अंतरिम सरकार उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेगी. गौरतलब है कि बीजेपी लगातार आरोप लगा रही थी कि हिंदुओं पर हो रहे हमले को लेकर कांग्रेस के किसी भी नेता ने कुछ भी नहीं कहा है, लेकिन देश में गला फाड़-फाड़कर चिल्लाते रहते हैं.

जल्द सामान्य होगी स्थिति: प्रियंका गांधी

प्रियंका गांधी ने हिंदी में एक पोस्ट में कहा, “पड़ोसी देश बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर लगातार हो रहे हमलों की खबरें परेशान करने वाली हैं. धर्म, जाति, भाषा या पहचान के आधार पर भेदभाव, हिंसा और हमले किसी भी सभ्य समाज में अस्वीकार्य हैं.” उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि बांग्लादेश में स्थिति जल्द ही सामान्य हो जाएगी और वहां की अंतरिम सरकार हिंदू, ईसाई और बौद्ध धर्मों का पालन करने वाले लोगों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करेगी.”

यह भी पढ़ें: Retail Inflation: आम आदमी को बड़ी राहत, 59 महीने के सबसे निचले स्तर पर खुदरा महंगाई

अब तक 500 से ज्यादा लोगों की मौत

प्रियंका गांधी का बयान बांग्लादेश में चल रही राजनीतिक अशांति के बीच आई है. पिछले सप्ताह शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के पतन के बाद देश भर में भड़की हिंसा की घटनाओं में 500 से अधिक लोग मारे गए हैं. हिंसा में देश भर में हिंदू समुदायों को भी निशाना बनाया गया है. शेख हसीना के देश छोड़कर भारत भाग जाने के बाद बांग्लादेश में हुई हिंसा में कई हिंदू मंदिरों, घरों और व्यवसायों में तोड़फोड़ की गई, महिलाओं पर हमला किया गया और अवामी लीग पार्टी से जुड़े कम से कम दो हिंदू नेताओं की हत्या भी कर दी गई.

हिन्दू छात्र संगठनो के साथ यूनुस करेंगे बैठक

इस बीच, बांग्लादेश के अंतरिम नेता मुहम्मद यूनुस ने हिंदू छात्रों और समुदाय के सदस्यों के साथ बैठक की बात कही है. रिपोर्टों के अनुसार, बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों को 5 अगस्त से अब तक 52 जिलों में हमलों की कम से कम 205 घटनाओं का सामना करना पड़ा है. पड़ोसी देश में कई अल्पसंख्यक समूह अपने अधिकारों की रक्षा के लिए कानून लागू करने की मांग कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, एक हिंदू छात्र समूह ने यूनुस के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए मांगों की आठ-सूत्रीय सूची भी तैयार की है.

Exit mobile version