West Bengal: कुछ दिनों में ही देश में लोकसभा के चुनाव होने वाला है. इस बीच चुनाव में जुटी पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस पार्टी(TMC) को एक बड़ा झटका लगा है. भ्रष्टाचार और संदेशखली हिंसा को लेकर वरिष्ठ नेता तापस रॉय(Tapas Roy) ने विधायक और पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया. इस्तीफा देने से पहले उन्होंने TMC के संदेशखाली मुद्दे से निपटने के तरीके पर नाराजगी जताई थी.
‘पार्टी के काम के तरीके से निराश’
पार्टी के वरिष्ठ टीएमसी विधायक तापस रॉय ने सोमवार को पार्टी की कार्यप्रणाली और संदेशखाली मुद्दे से निपटने के तरीके पर नाराजगी व्यक्त करते हुए मीडिया से कहा, ‘मैं पार्टी के कामकाज के तरीके से वास्तव में निराश हूं. मैं पार्टी और सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के इतने सारे आरोपों से तंग आ चुका हूं. वहीं संदेशखाली मुद्दे को जिस तरह से संभाला गया, मैं उसका समर्थन नहीं करता हूं.’
विधानसभा में भी की पार्टी की आलोचना
विधानसभा में टीएमसी के डिप्टी चीफ ऑफ व्हिप तापस रॉय ने पार्टी की आलोचना भी की. उन्होंने कहा, ‘मैंने इस्तीफा दे दिया क्योंकि मुझे लगा कि इस पार्टी में मेरा सम्मान नहीं है और कई बार ऐसी परिस्थितियां आई हैं जहां मुझे ऐसा महसूस हुआ. 12 जनवरी को ईडी की टीम मेरे आवास पहुंची. इस घटना के कई दिन बीत गए हैं, लेकिन पार्टी से कोई सहानुभूति या सहयोग नहीं मिला.’
#WATCH कोलकाता: तापस रॉय ने तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा दिया।
तापस रॉय ने कहा, "मैंने इसलिए इस्तीफा दिया क्योंकि मुझे ऐसा महसूस हुआ कि मेरा सम्मान इस पार्टी में नहीं है, कई बार ऐसी परिस्थिति बनी जहां पर मुझे यह महसूस हुआ। मेरे घर पर 12 जनवरी को ED की टीम पहुंची थी, इस घटना को… pic.twitter.com/bJRyRiRqVu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 4, 2024
‘अभी तक कुछ भी तय नहीं किया’
तापस रॉय ने कहा, ‘TMC मेरे लिए नहीं है. जहां भी देखता हूं, इस पार्टी में भ्रष्टाचार है, यह ठीक नहीं है कि अपराध कोई और करे और सजा बाकियों को मिले. मैं कई तरह के विवादों का सामना कर रहा हूं.’ उन्होंने कहा कि वह लंबे समय से विधानसभा नहीं गए और पार्टी के कार्यक्रमों में भी शामिल नहीं हो रहे थे. वहीं अन्य दल में शामिल होने की बात पर उन्होंने कहा, ‘मैंने अभी तक कुछ भी तय नहीं किया है कि मैं आगे क्या करूंगा.’
PDS स्कैम मामले में पड़ी थी रेड
टीएमसी के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष और ब्रत्य बसु उन्हें मनाने के लिए आज सुबह उनके आवास पर भी पहुंचे थे. बता दें कि जनवरी महीने में PDS स्कैम में प्रवर्तन निदेशालय ने उनके घर पर रेड डाली थी और लगभग 10 घंटे तक उनके घर की तलाशी ली. वहीं उनका उत्तरी कोलकाता से TMC पार्टी के ही सांसद सुदीप बंदोपाध्याय से विवाद भी चल रहा था.