Ayodhya Ram Mandir: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 22 जनवरी को भव्य तरीके से रामलला का प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम संपन्न हुआ. हालांकि इस कार्यक्रम को लेकर खूब राजनीति भी हुई. लेकिन ये सियासी बयानबाजी अभी भी रुकता हुआ नहीं दिख रहा है. इस बार टीएमसी विधायक ने राम मंदिर को लेकर एक विवादित बयान दिया है. तृणमूल कांग्रेस विधायक रामेंदु सिंहराय ने अपने बयान में इसे एक अपवित्र धर्म स्थान बताया है. उन्होंने आगे कहा कि हिंदुओं को अयोध्या के राम मंदिर में पूजा नहीं करनी चाहिए.
टीएमसी विधायक रामेंदु सहाय ने अपने विवादित बयान में आगे कहा, मंदिर में तो भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा ब्राह्मण करते हैं. ऐसी ही मस्जिदों में सभी धार्मिक रीति-रिवाज को इमाम साहब निभाते हैं. लेकिन ब्राह्मण नहीं होते हुए भी पीएम मोदी किस हैसियत से अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की? अपने सवालों में उन्होंने ये भी पूछा की पीएम मोदी ने जनेऊ कब धारण किया?
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टीएमसी नेता के बयान पर बीजेपी का पलटवार
तृणमूल कांग्रेस विधायक रामेंदु सहाय के इस विवादित बयान पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मोर्चा खोल दिया है. बीजेपी नेता और पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने इस पर पलटवार किया है. इस दौरान उन्होंने कहा है कि तृणमूल कांग्रेस के नेताओं की सच्चाई यही है. हिन्दुओं पर आक्रमण करते-करते उनकी (TMC नेता) हिम्मत इतनी बढ़ गई है कि वह अब भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर को ‘अपवित्र’ बताने की धृष्टता कर रहे हैं.’
शुभेंदु अधिकारी ने की निंदा
टीएमसी नेता को आड़े हाथों लेते हुए शुभेंदु अधिकारी ने कहा,’टीएमसी विधायक ने कहा है कि किसी भी भारतीय हिंदू को ऐसे अपवित्र स्थल पर पूजा नहीं करनी चाहिए. उनके इस बयान से भगवान श्रीराम के प्रति TMC नेतृत्व की मंशा उजागर हो रही है.’ उन्होंने आगे कहा कि वे तृणमूल विधायक के इस अपमानजनक बयान की कड़ी निंदा करते हैं. साथ में वह दुनियाभर के हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले ऐसे घृणित बयान के लिए इस व्यक्ति के खिलाफ FIR दर्ज करने की तैयारी भी कर रहे हैं.