UP Politics: उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव को लेकर दाव पेंच शुरू हो गया है. अब बीजेपी के अलावा समाजवादी पार्टी गठबंधन ने अपने-अपने दांव पेंच लगाने शुरू कर दिए हैं. दोनों ही गठबंधन कुंडा विधायक राजा भैया को अपने पाले में लाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं. बीते दो दिनों के दौरान राज्य में बड़े नेताओं और राजा भैया के बीच मुलाकात ने सियासी हलचल को हवा दे दी है.
दरअसल, मंगलवार को सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने जनसत्ता दल लोकतांत्रिक प्रमुख राजा भैया से मुलाकात की थी. सूत्रों की माने तो नरेश उत्तम पटेल ने राजा भैया की बात अखिलेश यादव से कराई है. इस बातचीत के दौरान सपा ने अपने राज्यसभा उम्मीदवारों के लिए समर्थन मांगा था. लेकिन इसके बाद बीजेपी खेमे के ओर से मोर्चा बंदी शुरू हो गई है. बीजेपी ने भी राजा भैया से अपने उम्मीदवारों के लिए समर्थन मांगा है.
यूपी में ‘गेम चेंजर’ बनेंगे राजा भैया
यूपी में सियासी हलचल बुधवार को उस वक्त फिर बढ़ गई जब राजा भैया ने सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुलाकात की. राजनीति के जानकार इस मुलाकात को राज्यसभा चुनाव से जोड़कर देख रहे हैं. वहीं सीएम योगी से मुलाकात के बाद राजा भैया से मिलने के लिए यूपी बीजेपी के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी पहुंचे. राजा भैया और भूपेंद्र चौधरी के बीच करीब एक घंटे तक बातचीतु हई है. सूत्रों की माने तो भूपेंद्र चौधरी ने कुंडा विधायक से समर्थन मांग है.
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गौरतलब है कि राज्यसभा चुनाव के लिए यूपी में 27 फरवरी को वोटिंग होगी. राज्य में 10 सीटों पर राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग होने वाली है. इस चुनाव में बीजेपी के सात और सपा के दो उम्मीदवारों की जीत तय है. लेकिन एक सीट के लिए राज्य में दोनों गठबंधन के बीच पेंच फंसा हुआ है. ऐसे वक्त में राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के दो विधायकों का रोल अब गेंम चेंजर वाला होने जा रहा है.