UP Politics: उत्तर प्रदेश में आगामी चुनाव को लेकर बीजेपी ने अपने ‘मिशन-80’ की तैयारियां तेज कर दी है. पार्टी हर स्तर पर अपनी रणनीति को धार दे रही है. अब पार्टी ने राज्य में यादव वोटर्स की काट के तौर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को पेश कर रही है. मुख्यमंत्री के जरिए बीजेपी समाजवादी पार्टी के यादव वोटबैंक में सेंधमारी रणनीति पर चलती नजर आ रही है.
दरअसल, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंगलवार को आजमगढ़ में बीजेपी की रैली को संबोधित किया. इस इलाके में यादव वोटर्स की संख्या काफी ज्यादा है, आजमगढ़ क्लस्टर में शामिल पांच सीटों पर यादव वोटर्स की बड़ी तादाद है. इसी को ध्यान में रखते हुए पार्टी उन्हें अपने यादव चेहरे के तौर पर पेश कर रही है.
यादव बहुत वोटर्स वाली आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर के अलावा आसपास की सीटों पर पार्टी मोहन यादव के जरिए इस तबके के वोटर्स को रिझाने में लगी हुई है. हालांकि ये वोटर्स हमेशा से सपा के कोर वोट का हिस्सा रहे हैं और इन्हें सपा का कोर वोटर माना जाता है.
ओबीसी वोटर्स में सेंधमारी
एक ओर अखिलेश यादव अपने पीडीए फॉर्मूले और जातीय जनगणना की मांग को लेकर आगामी चुनाव में बीजेपी के खिलाफ उतरने की तैयारी कर रहे हैं. तो दूसरी ओर बीजेपी पूर्वांचल के गढ़ में ओबीसी वोटर्स पर सेंधमारी कर रही है. ओबीसी में खास तौर पर पार्टी की नजर यादव वोटर पर है.
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गौरतलब है कि बीते विधानसभा चुनाव में यही इलाका था, जहां पार्टी को बड़ी हार झेलनी पड़ी थी. चुनाव का रिजल्ट आया तो पार्टी को राज्य में एक बार फिर से बहुमत मिला लेकिन इस इलाके में पार्टी की रणनीति फेल होती नजर आई. लेकिन अब पार्टी इस इलाके में ओबीसी को खास तौर पर टारगेट कर रही है.
पहले ओम प्रकाश राजभर के एनडीए के साथ आए और फिर दारा सिंह चौहान ने बीजेपी ज्वाइन की थी. अब राज्यसभा चुनाव का एलान हुआ तो बीजेपी ने संगीता बलवंत को अपना राज्यसभा उम्मीदवार बनाया जो ओबीसी समाज से आती हैं. अब पार्टी इसी इलाके में सीएम मोहन यादव को आगे कर रही है.