Chief of Army Staff: सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे रविवार को सेवानिवृत्त हो गए. इसी के साथ उन्होंने सेना प्रमुख का पद भी त्याग दिया. उनकी जगह जनरल उपेंद्र द्विवेदी(General Upendra Dwivedi) ने 30वें थल सेना प्रमुख के रूप में पदभार ग्रहण किया. जनरल उपेंद्र द्विवेदी सशस्त्र बलों में 40 सालों से काम कर रहे हैं. जनरल उपेंद्र द्विवेदी सैनिक स्कूल, रीवा (मध्य प्रदेश) के छात्र रहे हैं. उन्हें साल 1984 में जम्मू और कश्मीर राइफल्स की रेजिमेंट में कमीशन दिया गया था. जनरल उपेंद्र द्विवेदी के पास सेना के उत्तरी, पूर्वी और पश्चिमी थिएटरों में कमान के साथ-साथ स्टाफ एक्सपोजर का एक अनूठा अनुभव है. बता दें कि, उपेंद्र द्विवेदी को चीन और पाकिस्तान से लगी सीमाओं का काफी अनुभव है. रविवार को निवर्तमान सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने अपने उत्तराधिकारी जनरल उपेंद्र द्विवेदी को कमान सौंपी. साथ ही उन्हें गॉर्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया.
सुरक्षा क्षेत्र में बढ़ती जा रही हैं चुनौतियां
गौरतलब है कि, उपेंद्र द्विवेदी ने ऐसे समय में थल सेना प्रमुख का पदभार संभाला है, जहां चीन और पाकिस्तान से रिश्तों में तनाव जारी है. साथ ही टेक्नोलॉजी और आधुनिक युद्ध की वजह से सुरक्षा क्षेत्र में चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं. जनरल उपेंद्र द्विवेदी अपने साथ अनुभव का खजाना और कठिन परिस्थितियों के लिए से योजना बनाकर उस पर काम करने का ट्रैक रिकॉर्ड लेकर आए हैं. ऐसे में थल सेना प्रमुख का फोकस राष्ट्र के लिए सुरक्षा खतरों का मुकाबला करने पर होगा. बता दें कि, जनरल मनोज पांडे के बाद जनरल उपेंद्र द्विवेदी ही सेना में सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं. उन्हें इसी साल फरवरी में लेफ्टिनेंट जनरल एम वी सुचिंद्र कुमार की जगह ‘वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ’ के पद पर नियुक्त किया गया था. ऐसे में उन्हें थल सेना प्रमुख बनाया गया है.
इसके पहले देश में कई जगहों पर दी है सेवा
जनरल उपेंद्र द्विवेदी परम विशिष्ट सेवा मेडल और अति विशिष्ट सेवा मेडल से भी सम्मानित हो चुके हैं. इससे पहले उन्होंने फरवरी 2022-2024 तक जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग- इन-चीफ के रूप में काम किया. उन्हें जम्मू और कश्मीर राइफल्स रेजिमेंट में कमीशन दिया गया था और 39 वर्षों से अधिक के करियर में, उन्होंने कई इलाकों प्रोफाइल में काम किया. उधमपुर स्थित आर्मी पीआरओ की तरफ से जारी बयान के अनुसार, लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने संगठन में बहुत बड़ा योगदान देते हुए कई महत्वपूर्ण कमांड, स्टाफ और इंस्ट्रक्शनल नियुक्तियों में काम किया. जनरल उपेंद्र द्विवेदी सैनिक स्कूल-रीवा, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और भारतीय सैन्य अकादमी के पूर्व छात्र हैं.