Waqf Board Act Bill: अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने वक्फ अमेंडमेंट बिल 2024 लोकसभा में पेश कर दिया है. कांग्रेस ने इस पर आपत्ति की है. विपक्ष की ओर से केसी वेणुगोपाल ने इस पर आपत्ति करते हुए कहा है कि ये संविधान की ओर से दिए धर्म और मौलिक अधिकार पर हमला है. हम हिंदू हैं लेकिन साथ ही हम दूसरे धर्मों की आस्था का भी सम्मान करते हैं. यह बिल महाराष्ट्र, हरियाणा चुनावों के लिए विशेष है. आप यह नहीं समझ रहे हैं कि पिछली बार भारत के लोग स्पष्ट रूप से आपको सबक सिखाया. यह संघीय व्यवस्था पर हमला है…”
वहीं, लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 का विरोध करते हुए डीएमके सांसद कनिमोझी ने कहा, “यह अनुच्छेद 30 का सीधा उल्लंघन है जो अल्पसंख्यकों को अपने संस्थानों का प्रबंधन करने से संबंधित है. यह विधेयक एक विशेष धार्मिक समूह को लक्षित करता है…”
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ये मुसलमानों के खिलाफ कैसे? ललन सिंह
लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर बोलते हुए, जेडीयू सांसद और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन ने कहा, “यह मुसलमानों के खिलाफ कैसे है? यह कानून पारदर्शिता लाने के लिए बनाया जा रहा है…विपक्ष इसकी तुलना मंदिरों से कर रहा है.” वे मुख्य मुद्दे से भटक रहे हैं…केसी वेणुगोपाल (कांग्रेस) को बताना चाहिए कि हजारों सिख कैसे मारे गए…किस टैक्सी ड्राइवर ने इंदिरा गांधी की हत्या की…अब, वे अल्पसंख्यकों के बारे में बात कर रहे हैं…”
#WATCH | Speaking on Waqf (Amendment) Bill, 2024 in Lok Sabha, JD(U) MP & Union Minister Rajeev Ranjan says, ” How is it against Muslims? This law is being made to bring transparency…The opposition is comparing it with temples, they are diverting from the main issue….KC… pic.twitter.com/8IZrL8QxXe
— ANI (@ANI) August 8, 2024
वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 का विरोध करते हुए लोकसभा में NCP- शरद पवार गुट की सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, “मैं सरकार से अनुरोध करती हूं कि या तो इस विधेयक को पूरी तरह से वापस ले या इसे स्थायी समिति को भेज दें… कृपया परामर्श के बिना एजेंडा आगे न बढ़ाएं…”
ये सोची समझी राजनीति है- अखिलेश
समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर लोकसभा में बोलते हुए कहा, “ये बिल जो पेश किया जा रहा है वो बहुत सोची समझी राजनीति के तहत हो रहा है…अध्यक्ष महोदय, मैंने लॉबी में सुना है कि आपके कुछ अधिकार भी छीने जा रहे हैं और हमें आपके लिए लड़ना होगा… मैं इस बिल का विरोध करता हूं.” अखिलेश यादव के दावों का जवाब देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “अखिलेश जी, क्या इस तरह की गोलमोल बात आप नहीं कर सकते..आप नहीं हो स्पीकर के अधिकार के संरक्षक.”