Weather Update: इन दिनों भारत के पूर्वी तट के राज्यों जैसे पश्चिम बंगाल, ओडिशा में रेमल तूफान अपना कहर बरपा रहा है. वहीं उत्तर भारत को बढ़ती गर्मी ने बेहाल कर रखा है. बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवात रेमल का खूब प्रभाव देखा जा रहा है. तटीय इलाकों में तेज बारिश हो रही है. हवा की गति करीब 120 से 130 किसी प्रति घंटा बताई जा रही है. लेकिन कुछ राज्य ऐसे भी हैं जहां हीटवेव की वजह से लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. कई जगहों पर पारा 45 c से लेकर 48.8C तक पहुंच गया है.
अभी राहत नहीं!
भारत के मौसम विभाग ने कहा है कि बुधवार तक लू जारी रहने की संभावना है. बिजली की खपत में बढ़ोतरी के कारण कई क्षेत्र पानी और बिजली की कमी का सामना कर रहे हैं. असल में गर्मी का मौसम अपने चरम पर है और उत्तर भारत के कई राज्यों में लू का प्रकोप जारी है. मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी कर लोगों को चेतावनी दी है. तापमान कई जगहों पर 45°C से 50°C को पार कर गया है. इससे लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. लू के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी बढ़ रही हैं. कई लोग हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन के कारण अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं. मौसम विभाग के अनुसार, आगामी कुछ दिनों में गर्मी से राहत मिलने की संभावना नहीं है.
मौसम विभाग की मानें तो अभी दिल्ली वालों को इससे राहत भी नहीं मिलने वाली है. मौसम विज्ञान विभाग ने रविवार को कहा कि दिल्ली-एनसीआर में अगले तीन दिनों तक “गंभीर गर्मी” जारी रहेगी और 29 मई तक क्षेत्र में रेड अलर्ट जारी किया गया है. एनसीआर में आमतौर पर गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुरुग्राम और नोएडा शामिल हैं. हालांकि, पानीपत, भिवानी, झज्जर, जिंद, हिसार, करनाल, मेरठ, बिजनौर, पलवल, हथीन, अलीगढ़, बुलंदशहर, मथुरा, नूंह, रेवाड़ी, अलवर और नारनौल भी इस क्षेत्र का हिस्सा हैं.
पिछले साल का रिकॉर्ड फेल
दिल्ली एनसीआर में अप्रैल के अंत से ही अत्यधिक तापमान देखा जा रहा है. आईएमडी के आंकड़ों से पता चलता है कि इस साल अप्रैल में गर्मी की लहरें पिछले साल की तुलना में कहीं अधिक खराब थीं. आईएमडी ने कहा कि सप्ताह के दौरान राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के कई हिस्सों में लू चलने की संभावना है.
यह भी पढ़ें: Chhattisgarh: PCC चीफ दीपक बैज ने EVM पर उठाए सवाल, बोले- 24 घंटे में आना चाहिए फाइनल वोट परसेंटेज
अन्य राज्यों में लू का प्रकोप
27 मई तक जम्मू संभाग, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, विदर्भ और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में हीटवेव की स्थिति की भी भविष्यवाणी की गई है. आईएमडी के अनुसार, हीटवेव किसी क्षेत्र में सामान्य रूप से अपेक्षित तापमान की तुलना में असामान्य रूप से उच्च तापमान की अवधि होती है.
हीटवेव की सीमा तब पूरी होती है जब किसी मौसम केंद्र का अधिकतम तापमान मैदानी इलाकों में कम से कम 40 डिग्री सेल्सियस, तटीय क्षेत्रों में 37 डिग्री और पहाड़ी क्षेत्रों में 30 डिग्री तक पहुंच जाता है.