Birbhum Coal Mine Blast: पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में सोमवार को एक कोयला खदान में विस्फोट हो जाने से कई लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. पुलिस ने भी इस घटना की पृष्टि कर दी है. पश्चिमं बंगाल पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना सोमवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे भदुलिया ब्लॉक की एक कोयला खदान में हुई.
बोलपुर एएसपी राणा मुखर्जी का कहना है, ”खनन क्षेत्र में विस्फोट के बाद हम यहां पहुंचे और 6 शव मिले, तीन लोग घायल हुए हैं जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. पश्चिम बंगाल सरकार ने मृतकों के परिवारों को नौकरी देने की घोषणा की है। कंपनी भी मुआवजा देगी और फॉरेंसिक टीम इस विस्फोट के पीछे के कारण की जांच करेगी.”
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“बिना सेफ्टी ट्रक से उतारा जा रहा था विस्फोटक सामग्री”
हालांकि, पश्चिम बंगाल विद्युत विकास निगम लिमिटेड (डब्ल्यूबीपीडीसीएल) ने कहा कि उसकी खदान में विस्फोट के कारण पांच लोगों की मौत हुई है. उन्होंने कहा, ‘‘अभी तक हमने चार शव बरामद किए हैं. बचाव अभियान जारी है.’’ डब्ल्यूबीपीडीसीएल के एक अधिकारी ने बताया कि विस्फोट उस समय हुआ जब गंगारामचक और गंगारामचक-भदुलिया कोयला खदानों में विस्फोट करने के लिए डेटोनेटर ले जाए जा रहे थे.
#WATCH | Six people died in Gangaramchak coal mine blast in West Bengal’s Birbhum district when a truck with a detonator came to the colliery for unloading. The detonator exploded in the process. pic.twitter.com/6q79tBBGRO
— ANI (@ANI) October 7, 2024
वहीं घटनास्थल का दौरा करने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं स्थानीय विधायक अनूप साहा ने कहा, ‘‘कम से कम पांच लोगों की मौत हुई है और तीन अन्य घायल हैं. उनकी हालत भी गंभीर बताई जा रही है. विस्फोटक सामग्री को पर्याप्त सावधानी बरते बिना ट्रक से उतारा गया था.’’
घटना की जांच शुरू कर दी गई है
डब्ल्यूबीपीडीसीएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक पी बी सलीम ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, ‘‘यह घटना कोयला ब्लॉक के ‘डंप यार्ड’ में हुई. विस्फोट के कारण का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है. विस्फोट में मारे गए लोग खदान का संचालन कर रही एजेंसी के कर्मचारी थे. हम प्रभावित श्रमिकों को सहायता प्रदान कर रहे हैं.’’
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी डब्ल्यूबीपीडीसीएल के पास पांच बिजली संयंत्र हैं और इनकी स्थापित क्षमता 4,265 मेगावाट है. चालू वित्त वर्ष में, अतिरिक्त 660 मेगावाट तापीय क्षमता बढ़ाए जाने की संभावना है.