Bangladesh Violence: भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश वर्तमान समय में राजनीतिक संकट से जूझ रहा है. तख्तापलट के कुछ ही समय बाद राष्ट्रपति मुहम्मद शहाबुद्दीन ने एक बड़ा ऐलान लिया. दरअसल, उन्होंने जेल में बंद विपक्षी नेता और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को रिहा करने का आदेश जारी कर दियाय. बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) की अध्यक्ष बेगम खालिदा जिया की रिहाई की खबर आने के बाद से ही अटकलें लगाई जा रही है कि वह देश की अगली प्रधानमंत्री बन सकती हैं. हालांकि, इसको लेकर अभी तक किसी भी तरह की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है. बता दें की बीएनपी का झुकाव कट्टरपंथी विचारधारा की ओर रही है.
शेख हसीना की कट्टर विरोधी रही 78 वर्षीय खालिदा जिया बांग्लादेश की मुख्य विपक्षी पार्टी बीएनपी की अध्यक्ष हैं. खलिदा के पति 1977 से 1981 तक बांग्लादेश के राष्ट्रपति रहे और उन्होंने 1978 में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की शुरुआत की. पति जियाउर रहमान की हत्या के बाद खालिदा जिया ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की. बता दें कि 30 मई 1981 को तत्कालीन राष्ट्रपति जियाउर रहमान की हत्या कर दी गई थी. उनकी मृत्यु के बाद खालिदा जिया, 2 जनवरी 1982 को बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) में शामिल हुईं.
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केवल 12 दिनों तक चली सरकार
बेगम खालिदा जिया साल 1996 में बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं थीं. हालांकि, यह सरकार केवल 12 दिनों तक ही चल सकी. आवामी लीग सहित प्रमुख विपक्षी दलों ने तब इस चुनाव को अनुचित बताया. इसके बाद कार्यवाहक सरकार स्थापित की गई और फिर आम चुनाव कराया गया. दोबारा कराए गए चुनाव में आवामी लीग विजयी हुई और पहली बार बार शेख हसीना प्रधानमंत्री बनीं.
इसके बाद साल 2001 में हुए आम चुनाव में खालिदा जिया की पार्टी ने चार दलों के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा और वो दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने में सफल रहीं. साल 2006 में खालिदा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इस्तीफे के एक साल उन्हें भ्रष्टाचार के मामले में जेल भेज दिया गया. उन्होंने अपने खिलाफ दायर सभी मामले को राजनिति से प्रेरित करार दिया.
“बेगमों की लड़ाई”
खालिदा जिया और शेख हसीना के बीच प्रधानमंत्री पद को लेकर पिछले कई दशकों से लड़ाई चल रही है. इसलिए दोनों नेताओं की लड़ाई को बांग्लादेश की जनता ‘बेगमों की लड़ाई’ कहती है. साल 2018 में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की अध्यक्ष को भ्रष्टाचार के मामले में 17 साल की सजा सुनाई गई. वो 2018 से ही जेल में सजा काट रहीं हैं. कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहीं खालिदा जिया को अक्सर अपनी इलाज के लिए विदेश यात्रा करनी पड़ती है. वह फिलहाल हॉस्पिटल में भर्ती हैं.
पाकिस्तान और चीन से नजदीकियां
बतौर प्रधानमंत्री खालिदा जिया सिर्फ दो बार भारत के आधिकारिक दौरे पर आईं हैं. उन्होंने सबसे पहले 26 से 28 मई 1992 को भारत का दौरा किया. इसके बाद 20 से 22 मार्च 2006 को उन्होंने भारत का दौरा किया था. वहीं, अपने दोनों कार्यकाल के दौरान वो चार बार पाकिस्तान और दो बार चीन की यात्रा की. इस बात से खालिदा का चीन और पाकिस्तान प्रेम साफ झलकता है.