Budget 2024: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज अंतरिम बजट 2024 पेश किया. उन्होंने कहा कि इसमें महिलाओं, युवाओं, किसानों और गरीबों पर ध्यान दिया गया है. बीजेपी नेताओं ने इस बजट को मोदी की गारंटी बताया है. बजट प्रस्तुति के दौरान, एफएम सीतारमण ने कहा कि उनकी सरकार आर्थिक नीतियों को अपनाएगी जो विकास को बढ़ावा देगी और बनाए रखेगी. मोदी सरकार के इस बजट पर विपक्षी नेताओं के बयान सामने आ गए हैं. यहां जानें किसने क्या कहा?
चुनावी ढकोसला है यह बजट- टिकैट
किसान नेता राकेश टिकैट ने कहा कि आज नई संसद में पुराने ढर्रे पर पेश अंतरिम बजट केवल चुनावी ढकोसला है. उन्होंने कहा कि यह देश के किसानों, गरीबों युवा, आदिवासी, महिलाओं के साथ धोखा है. भारतीय किसान यूनियन इस बजट को सिरे से नकारती है.
आज नई संसद में पुराने ढर्रे पर पेश अंतरिम बजट केवल चुनावी ढकोसला है यह देश के किसानों,गरीबों युवा,आदिवासी,महिलाओं के साथ धोखा है भारतीय किसान यूनियन इस बजट को सिरे से नकारती है।@nsitharaman @ANI @OfficialBKU
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) February 1, 2024
ये भाजपा का विदाई बजट- अखिलेश यादव
अखिलेश यादव अंतरिम बजट पर रिएक्शन देते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक पोस्ट लिखा है. उन्होंने लिखा कि कोई भी बजट अगर विकास के लिए नहीं है और कोई भी विकास अगर जनता के लिए नहीं है तो वो व्यर्थ है. भाजपा सरकार ने जनविरोधी बजटों का एक दशक पूरा करके एक शर्मनाक रिकार्ड बनाया है, जो फिर कभी नहीं टूटेगा क्योंकि अब सकारात्मक सरकार आने का समय हो गया है। ये भाजपा का ‘विदाई बजट’ है.
कोई भी बजट अगर विकास के लिए नहीं है और कोई भी विकास अगर जनता के लिए नहीं है तो वो व्यर्थ है।
भाजपा सरकार ने जनविरोधी बजटों का एक दशक पूरा करके एक शर्मनाक रिकार्ड बनाया है, जो फिर कभी नहीं टूटेगा क्योंकि अब सकारात्मक सरकार आने का समय हो गया है।
ये भाजपा का ‘विदाई बजट’ है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 1, 2024
फारूक अब्दुल्ला बोले- बजट में कुछ नहीं
मुझे इस बजट में एक अहंकार नजर आया-हरसिमरत कौर
शिरोमणी अकाली दल (SAD) सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा, “मुझे इस बजट में एक अहंकार नजर आ रहा था कि ‘हम जुलाई में बजट पेश करेंगे’… आप किसी भी चुनाव को हल्के में नहीं ले सकते… आज आपके पास मौका था कि पिछले 10 सालों में किए गए वादों को पूरा करें न कि जनता को और सपने दिखाएं.”
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कहने और करने में जमीन-आसमान का अंतर-प्रियंका चतुर्वेदी
शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने अंतरिम बजट पर कहा, “कहने और करने में जमीन-आसमान का अंतर है, यही हम 10 साल से देख रहे हैं… इसमें गरीबों, महिला, युवा के लिए कुछ नहीं है. इस बजट ने आम जनता की उम्मीदों पर ठंडे मौसम में ठंडा पानी डालने का काम किया है.”
राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने क्या कहा?
राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने अंतरिम बजट पर कहा, “देश में बेरोजगारी और महंगाई चरम सीमा पर है लेकिन इस बजट में कुछ नहीं बताया गया कि सरकार क्या कदम उठाएगी जिससे बेरोजगारी और महंगाई से लड़ा जा सके…”