Nitin Gadkari on Caste Politics: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, सियासी दल एक्टिव होते जा रहे हैं. नेताओं ने जनता को अपने पाले में लाने का रोड मैप तैयार कर लिया है. इसके साथ ही अभी से राज्य में जातीय राजनीति का दांव सक्रिय कर दिया गया है. केंद्रीय मंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता नितिन गडकरी ने शुक्रवार को इसी मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया दी है.
नितिन गडकरी ने एक कार्यक्रम में जाति की राजनीति करने वाले नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा, “महाराष्ट्र में इस समय जातिवाद की राजनीति हो रही है. मैं किसी भी तरह के जात-पात को नहीं मानता हूं और जो इसकी बात करेगा तो मैं उसको कसकर लात मारूंगा.” गडकरी ने आगे कहा, “मेरे संसदीय क्षेत्र में करीब 40 प्रतिशत मुसलमान हैं. मैंने उनको पहले ही बता दिया था कि मैं आरएसएस वाला हूं और हाफ चड्ढी वाला हूं. किसी को वोट देने से पहले सोच लो कि बाद में पछताना न पड़े. जो मुझे वोट देगा उनका भी काम होगा और जो वोट नहीं देगा उनका काम भी मैं करूंगा.”
महाराष्ट्र में होने वाले हैं विधानसभा चुनाव
महाराष्ट्र में अक्टूबर के महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसमें भाजपा की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और इंडिया ब्लॉक के बीच सीधा मुकाबला होगा. बता दें कि 2019 के विधानसभा चुनाव में एनडीए ने स्पष्ट बहुमत हासिल किया था, लेकिन आंतरिक संघर्ष के कारण शिवसेना अलग हो गई थी. इसके बाद शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस ने महा विकास अघाड़ी नाम का एक नया गठबंधन बनाया और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे राज्य के मुख्यमंत्री बने.
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वहीं, 2022 में शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने पार्टी से बगावत कर ली. उन्होंने अपने समर्थक विधायकों के साथ मिलकर भाजपा के साथ सरकार बनाई और नए मुख्यमंत्री बने. इसके बाद 2023 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का अजित पवार गुट भी सरकार में शामिल हो गया.
लोकसभा चुनाव 2024 में क्या हुआ?
महाराष्ट्र में लोकसभा की कुल 48 सीटें हैं. यहां कांग्रेस को 13, बीजेपी को 9, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) को 9, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी- शरदचंद्र पवार को 8, शिवसेना (शिंदे गुट) को 7, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित गुट) को एक और अन्य को एक सीट मिली है. बता दें कि 2019 में एनडीए ने 41 सीटें जीती थीं. तब बीजेपी और शिवसेना (उद्धव ठाकरे) एक साथ चुनाव लड़े थे. एनसीपी को 4, कांग्रेस को एक और AIMIM को एक सीट पर जीत मिली थी.