PM Modi UAE Visit: पीएम मोदी आज से संयुक्त अरब अमीरात की अपनी दो दिवसीय यात्रा शुरू करने जा हैं.पीएम मोदी अबू धाबी में हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे और आधिकारिक बैठकों में भाग लेंगे. 2015 के बाद से यह प्रधानमंत्री की संयुक्त अरब अमीरात की 7वीं यात्रा होगी.
विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने घोषणा की कि पीएम मोदी 13 और 14 फरवरी को संयुक्त अरब अमीरात का दौरा करने वाले हैं. इसके बाद पीएम मोदी दोहा, कतर के लिए रवाना होंगे. दोहा की यात्रा 12 फरवरी को उन 8 भारतीय नौसेना अधिकारियों की रिहाई के बाद तय हुई है जो 30 अगस्त, 2022 से कतर में कैद थे.
पीएम मोदी का UAE एजेंडा
अपनी यूएई यात्रा के दौरान पीएम मोदी यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. पीएम कार्यालय के एक बयान के अनुसार, दोनों नेता देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और गहरा, विस्तारित और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा करेंगे.
पीएम मोदी यूएई के उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम से भी मुलाकात करेंगे. उनके निमंत्रण पर प्रधानमंत्री दुबई में आयोजित होने वाले ‘विश्व सरकार शिखर सम्मेलन 2024’ में सम्मानित अतिथि के रूप में भाग लेंगे और शिखर सम्मेलन में एक विशेष मुख्य भाषण देंगे.
पीएम मोदी की यात्रा का मुख्य आकर्षण अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन होगा. अबू धाबी के अबू मुरीखाह जिले में स्थित, BAPS मंदिर 27 एकड़ भूमि पर स्थित है. मोदी अबू धाबी के जायद स्पोर्ट्स सिटी में एक कार्यक्रम में संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय समुदाय को भी संबोधित करेंगे.
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भारत-यूएई संबंध
पीएम कार्यालय ने एक बयान में कहा, भारत और यूएई के बीच मजबूत राजनीतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों पर आधारित मधुर, घनिष्ठ और बहुआयामी संबंध हैं. इसमें कहा गया है, “2022-23 में लगभग 85 बिलियन डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार के साथ दोनों देश एक-दूसरे के शीर्ष व्यापारिक साझेदारों में से एक हैं. यूएई 2022-23 में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के मामले में भारत के शीर्ष चार निवेशकों में भी शामिल है.”
विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा कि बंदरगाहों और समुद्री क्षेत्र में सहयोग के लिए भी दोनों देशों के बीच कुछ सहमति बन सकती है. उन्होंने कहा, “दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं के बीच डिजिटल सहयोग महत्वपूर्ण है. ऐसे में डिजिटल बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में निवेश पर सहमति की संभावनाओं पर मंथन होगा. दोनों पक्ष समुद्री विरासत के साथ-साथ फिनटेक उत्पादों और रेलवे के क्षेत्रों में संभावित सहयोग पर भी गंभीरता से विचार कर रहे हैं.”