Yasin Malik: टेरर फंडिंग के मामले में जेल में बंद जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) चीफ यासीन मलिक की पत्नी ने राहुल गांधी से मदद की गुहार लगाई है. यासीन मालिक की पत्नी मुशाल हुसैन मलिक ने राहुल गांधी को पत्र लिख कर पति के लिए मदद मांगी है. मुशाल हुसैन ने बुधवार को विपक्ष के नेता राहुल से अपने पति के लिए संसद में बहस शुरू करने की गुजारिश की है. इसके साथ ही उन्होंने पत्र में यह भी लिखा है कि जेल में यासीन की जान पर खतरा है.
बता दें, मुशाल हुसैन मानवाधिकार और महिला सशक्तिकरण पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की पूर्व सहायक हैं. मुशाल हुसैन ने यासीन मलिक के खिलाफ ‘तीन दशक पुराने देशद्रोह के मामले’ का जिक्र करके एक नई चर्चा शुरू कर दी है. इधर, NIA ने यासीन मलिक के खिलाफ मौत की सजा की मांग की है.
Mushaal Mullick (wife of Yasin Malik) appeals to @RahulGandhi to save her husband Yasin Malik, who is on an indefinite hunger strike in Tihar Jail amid rapidly deteriorating health. She urges an ICU transfer and warns of judicial neglect as the NIA seeks a death sentence in a… pic.twitter.com/kmEdYJhWMp
— Ghulam Abbas Shah (@ghulamabbasshah) November 6, 2024
पड़ोसी देश पाकिस्तान के एक पत्रकार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘मुशाल मलिक ने राहुल गांधी से अपने पति यासीन मलिक को बचाने की अपील की है, जो तेजी से बिगड़ते स्वास्थ्य के बीच दिल्ली के तिहाड़ जेल में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं. उन्होंने ICU में ट्रांसफर करने की गुजारिश की है और न्यायिक उपेक्षा की चेतावनी दी, क्योंकि NIA 30 साल पुराने देशद्रोह के मामले में उसके लिए मौत की सजा की मांग कर रही है.
वहीं दिल्ली हाई कोर्ट में NIA द्वारा दायर अपील पर यासीन खुद बहस कर रहे हैं. जिसमें टेरर फंडिंग मामले में उनके लिए NIA ने मौत की सजा की मांग की है. NIA ने 2017 के आतंकी फंडिंग मामले में मलिक सहित कई व्यक्तियों के खिलाफ आरोप दायर किए, जिन्हें उनके खिलाफ आरोपों में दोषी ठहराए जाने के बाद 2022 में एक ट्रायल कोर्ट द्वारा आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी.
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‘अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर यासीन’
राहुल गांधी को लिखे पत्र में मुशाल हुसैन ने यासीन मलिक की पत्नी ने कहा, ‘2 नवंबर से मलिक जेल में अमानवीय व्यवहार के विरोध में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं. यह भूख हड़ताल उनके हेल्थ पर बुरा असर डालेगी और एक ऐसे व्यक्ति की जिंदगी को खतरे में डालेगी, जिसने सशस्त्र संघर्ष को त्यागकर अहिंसा की अवधारणा में यकीन करने का रास्ता चुना है.’ मुशाल मलिक ने पत्र में यह भी लिखा है कि ‘राहुल जी, मैं इन किस्सों को मलिक का महिमामंडन करने के लिए नहीं बल्कि आपको यह बताने के लिए याद कर रही हूं कि वह अपने वादे पर कायम रहे.’
मुशाल ने आरोप लगाया कि 2019 से मलिक को बीजेपी सरकार द्वारा सभी अकल्पनीय तरीकों से प्रताड़ित किया जा रहा है. उन पर 35 साल पुराने मामले में भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने का मुकदमा चल रहा है और अब एनआईए द्वारा उनके खिलाफ दर्ज किए गए मनगढ़ंत मामलों में सजा-ए-मौत की मांग की जा रही है.
मुशाल ने पत्र में लिखा है, ‘मैं आपसे (राहुल) गुजारिश करती हूं कि आप संसद में अपने उच्च नैतिक और राजनीतिक प्रभाव का उपयोग करें और यासीन मलिक के मामले में बहस शुरू करें, जो जम्मू और कश्मीर में जैविक और दिखावटी शांति वापस लाने का साधन बन सकता है. जेल में उनकी जान पर खतरा बना हुआ है.