Yuvraj Singh Denies To Contesting Election: देश में होने वाले आगामी लोकसभा चुनाव में अब कुछ ही समय रह गया है. इस बीच ऐसा दावा किया जा रहा था कि पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह की पंजाब के गुरदासपुर से चुनाव लड़ेंगे. हालांकि, उन्होंने अब इस मामले पर अपनी सफाई देते हुए इसका खंडन किया है. सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, “मीडिया रिपोर्टों में मेरे चुनाव लड़ने का दावा किया जा रहा है, लेकिन मैं गुरदासपुर से चुनाव नहीं लड़ रहा हूं. मेरा जुनून लोगों की मदद करना है और मैं अपने संस्था के जरिए ऐसा करना जारी रखूंगा.
लोगों की सेवा में सक्रिय हैं युवराज सिंह
युवराज सबसे प्रसिद्ध भारतीय क्रिकेटरों में से एक हैं. अपनी स्टाइलिश बाएं हाथ की बल्लेबाजी और प्रभावी स्पिन गेंदबाजी से उन्होंने भारत को कई मैच जिताए. अपनी शानदार खेल के जरिए उन्होंने 2007 के टी20 विश्व कप और 2011 वनडे विश्व कप में भारतीय टीम के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. युवराज सिंह अब क्रिकेट के मैदान को अलविदा कह चुके हैं, लेकिन वह मैदान के बाहर वह लोगों की सेवा के लिए बहुत सक्रिय हैं. उन्होंने कहा है कि वह ऐसा करना जारी रखेंगे लेकिन चुनाव नहीं लड़ेंगे.
युवराज और नितिन गड़करी के बीच मुलाकात
कई मीडिया रिपोर्टों में इस बात का दावा किया जा रहा था कि युवराज सिंह बीजेपी के टिकट पर गुरदासपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. वर्तमान समय में वहां से सांसद बॉलीवुड अभिनेता सनी देओल के उस सीट फिर से चुनाव लड़ने की संभावना बेहद कम है. हाल ही में युवराज सिंह और उनकी मां शबनम सिंह की केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ मुलाकात हुई थी. इसके बाद से क्रिकेटर के गुरदासपुर से चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गई थीं.
Contrary to media reports, I'm not contesting elections from Gurdaspur. My passion lies in supporting and helping people in various capacities, and I will continue to do so through my foundation @YOUWECAN. Let's continue making a difference together to the best of our abilities❤️
— Yuvraj Singh (@YUVSTRONG12) March 1, 2024
रोहित शर्मा को लेकर युवराज ने क्या कहा?
हाल ही में, युवराज सिंह से मुंबई इंडियंस के कप्तानी में हुए बदलाव के बारे में पूछा गया, क्योंकि अब रोहित शर्मा की जगह हार्दिक पंड्या को टीम की कमान सौंपी गई है. इस पर उन्होंने कहा कि फ्रेंचाइजी को लंबे समय तक सोचना होगा, लेकिन रोहित शर्मा के पास जो खेलने का अनुभव हैं, उसकी भरपाई नहीं की जा सकती. फ़्रैंचाइज़ी क्रिकेट में जैसे-जैसे आप बूढ़े होते जाते हैं, यह हमेशा कठिन होता जाता है.