Bangladesh Hindu: नवंबर के आखिरी सप्ताह में चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी के बाद से बांग्लादेश में हिंदुओं (Hindu) पर अत्याचार हो रहे हैं. यह अत्याचार हर दिन बढ़ रहे हैं. जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर देखने को मिल रह है. पड़ोसी देश में हिन्दू पर हो रहे हमलों को देखते हुए ISKCON ने हिन्दुओं को अपनी पहचान छिपाने की सलाह दी है.
कोलकाता के ISKCON मंदिर ने बांग्लादेश में अपने सहयोगियों को सलाह दी है कि वह वहां भगवा रंग पहने से बचें.वह अपने गले में बंधी तुलसी की माला को भी छिपा कर ही बाहर निकले. सर पर तिलक न लगाएं और अगर लगा है तो उसे मिटा कर रखें और सिर को भी ढक कर रखें. कोलकाता के ISKCON ने बांग्लादेश में यह सलाह अपने सहयोगियों और हिन्दुओं के लिए दी है. जिससे पड़ोसी देश में मौजूदा अशांति की स्थिति से खुद को बचाया जा सके.
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कोलकाता ISKCON के वाइस-प्रेसिडेंट राधारमण दास ने कहा- भिक्षुओं और संप्रदाय के सदस्यों को सलाह दे रहे हैं कि वे मंदिरों और घरों के अंदर अपने धर्म का पालन करें, लेकिन बाहर निकलते समय बहुत ज्यादा सावधानी बरतें. सभी भिक्षुओं और सदस्यों को सलाह है कि संकट की इस घड़ी में उन्हें खुद को बचाने और संघर्ष से बचने के लिए बहुत सावधान रहना चाहिए. बांग्लादेश में रह रहे लोगों को सुझाव यह है कि वह भगवा कपड़े पहनने और माथे पर तिलक लगाने से बचें. अगर उन्हें भगवा धागे पहनने की जरूरत महसूस होती है, तो उन्हें इसे इस तरह से पहनना चाहिए कि यह कपड़ों के अंदर छिपा रहे और गर्दन के चारों ओर दिखाई न दे. अगर संभव हो तो उन्हें अपना सिर भी ढकना चाहिए.
Please pray for Advocate Ramen Roy. His only ‘fault’ was defending Chinmoy Krishna Prabhu in court.
Islamists ransacked his home and brutally attacked him, leaving him in the ICU, fighting for his life.#SaveBangladeshiHindus #FreeChinmoyKrishnaPrabhu pic.twitter.com/uudpC10bpN
— Radharamn Das राधारमण दास (@RadharamnDas) December 2, 2024
चिन्मय दास के वकील पर भी हमला, हालत गंभीर
इधर, राधारमण दास ने दावा किया है कि चिन्मय कृष्ण दास के वकील रमेन रॉय पर भी मुसलमानों ने हमला किया है. राधारमण दास ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में रमन रॉय की तस्वीर के साथ कहा- ‘चिन्मय दास के वकील रमन रॉय पर क्रूर हमला हुआ है. वे ICU में जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे हैं. उनकी एकमात्र गलती यह थी कि उन्होंने कोर्ट में चिन्मय प्रभु का बचाव किया. कट्टरपंथियों ने उनके घर में तोड़फोड़ की और उन पर बेरहमी से हमला किया.’