Bangladesh: बांग्लादेश के सतखिरा में जेशोरेश्वरी मंदिर में चोरी हो गई है. जेशोरेश्वरी मंदिर से काली माता का मुकुट चोरी हो गया है. चोरों ने गुरुवार 10 अक्टूबर दोपहर 2 से 2.30 बजे चोरी को अंजान दिया. पुजारी दिलीप मुखर्जी जब पूजा कर के चले गए तब मंदिर में चोरी हुई. सफाई करने वालों को बाद में पता चला कि माता का मुकुट गायब है.
चोरी हुआ मुकुट चांदी और सोने की परत से बना हुआ था. पीएम नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश की अपनी यात्रा के दौरान 27 मार्च, 2021 को जेशोरेश्वरी मंदिर का दौरा किया था और मां काली के इस ऐतिहासिक मंदिर में देवी के सिर पर मुकुट अर्पित किया था. COVID-19 के बाद यह यात्रा पीएम मोदी की किसी देश की पहली यात्रा थी और इस उपहार को सांस्कृतिक धरोहर के रूप में देखा गया था.
चोरी की जांच
श्यामनगर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर ताइज़ुल इस्लाम ने कहा कि वे इस चोरी की घटना की जांच कर रहे हैं और चोर की पहचान के लिए मंदिर में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है. यह मुकुट न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक था, बल्कि भारत और बांग्लादेश के बीच सांस्कृतिक संबंधों का भी एक प्रतीक था.
जेशोरेश्वरी मंदिर का इतिहास
जेशोरेश्वरी काली मंदिर बांग्लादेश के सतखिरा जिले के श्यामनगर उपजिला के ईश्वरीपुर गांव में स्थित है. यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है, जहां देवी सती की हथेलियां और पैरों के तलवे गिरे थे. इसी कारण इसे अत्यधिक पवित्र माना जाता है. यहां देवी काली को जेशोरेश्वरी के रूप में पूजा जाता है, जिसका अर्थ होता है “जेशोर की देवी”. मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी में एक ब्राह्मण ने किया था. बाद में 13वीं शताब्दी में लक्ष्मण सेन और 16वीं शताब्दी में राजा प्रतापदित्य ने इस मंदिर का पुनर्निर्माण कराया.
यह भी पढ़ें: “हम शांति प्रिय देश, यह सदी भारत…”, आसियान शिखर सम्मेलन में PM मोदी का दुनिया को संदेश