हिज्बुल्लाह के मारे गये चीफ हसन नसरल्लाह को याद करते शुक्रवार को तेहरान की ग्रैंड मस्जिद में हजारों लोग नमाज अदा करने पहुंचे. नमाज के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई ने लोगों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने दुनियाभर के मुसलमानों से एकजुट होने की अपील की.
ईरान के लोगों को संबोधित करते हुए खामेनेई ने कहा,’आप लोग अल्लाह के बताए रास्ते से न हटें. मुसलमान एकजुट रहें. हमें एकजुट होकर रहना होगा. हमें प्यार-मोहब्बत से रहना होगा.’ इजरायल के खिलाफ गुस्से का इजहार करते हुए खामेनेई ने कहा,’इजरायल ने फिलिस्तीन के इलाकों पर नजायज कब्जा कर रखा है.’
लेबनान का चमकदार रत्न था नसरल्लाह- खामेनेई
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने तेहरान में जुमे की नमाज के बाद देश के नाम संबोधन में इजरायली हमले में मारे गए हिज्बुल्लाह चीफ नसरल्लाह को भाई बताते हुए उन्हें लेबनान का चमकदार रत्न बताया. उन्होंने कहा कि मेरा भाई नसरल्लाह मेरे लिए गर्व का स्रोत था. इस्लामिक दुनिया में उसका कद बहुत बड़ा था. वह मुसलमानों की मुखर आवाज और लेबनान का चमकदार रत्न था. उनका सम्मान करना जरूरी है. अब वह हमारे बीच नहीं है लेकिन उनका रास्ता और उनकी गूंजती आवाज हमारे बीच है और हमेशा रहेगी. वह शोषितों की मुखर आवाज और बहादुर समर्थक थे. उनकी लोकप्रियता और प्रभाव का दायरा लेबनान, ईरान और अरब देशों से भी आगे था और अब उनकी शहादत से उनका प्रभाव और भी बढ़ जाएगा.
दम घुटने से हुई थी नसरल्लाह की मौत
हसन नसरल्लाह की मौत जहरीले धुएं की वजह से दम घुटने से हुई थी. वह बेरूत में हिज्बुल्लाह के सीक्रेट बंकर में छिपे हुए थे, जहां 27 सितंबर को इजरायल के हमले में उनकी मौत हो गई. इजरायल के चैनल 12 ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि इजरायली हमले में नसरल्लाह का सीक्रेट बंकर तबाह हो गया था, जिससे 64 साल के नसरल्लाह की जहरीले धुएं में दम घुटने से मौत हो गई. हिज्बुल्लाह ने हसन नसरल्लाह को गुप्त स्थान पर दफनाया. वहीं इजरायल के डर से उसका जनाजा भी नहीं निकाला गया.
हिजबुल्ला के एक और कमांडर को इज़राइल मार गिरया है. मोहम्मद राशिद सकाफी को मार गिराने का दावा किया जा रहा है. सकाफी हिज़बुल्ला के कम्युनिकेशन यूनिट का कमांडर था. बेरुत में हुई बमबारी में मारे जाने की खबर है.