Iran Israel Conflict: भारतीय दूतावास ने लेबनान में रह रहे सभी नागरिकों से देश छोड़ने को कहा है. यह फैसला पश्चिम एशिया में चल रही उथल-पुथल के मद्देनजर लिया गया है. पिछले दिनों इजरायल ने लेबनान की राजधानी बेरूत में हमला कर हिजबुल्लाह के एक आतंकवादी को मार गिराया था. बेरूत में भारतीय दूतावास ने एक बयान में कहा, “क्षेत्र में हाल की घटनाओं और संभावित खतरों को देखते हुए भारतीय नागरिकों को अगले आदेश तक लेबनान की यात्रा न करने की सख्त सलाह दी जाती है.” इसमें कहा गया है, “सभी भारतीय नागरिकों को लेबनान छोड़ने की भी सलाह दी जाती है. जो लोग किसी भी कारण से वहां रह रहे हैं, उन्हें अत्यधिक सावधानी बरतने, अपनी गतिविधियों को सीमित रखने और बेरूत में भारतीय दूतावास के संपर्क में रहने की सलाह दी जाती है.”
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— Vistaar News (@VistaarNews) August 1, 2024
कट्टर दुश्मन हैं ईरान और इजरायल
बता दें कि इजरायल ने ईरान में घुसकर अपने दो बड़े दुश्मनों को मौत की नींद सुला दिया है. इतना ही नहीं हमास का मिलिट्री चीफ मोहम्मद देईफ हवाई हमले में मारा गया है. इजरायल ने इसकी पुष्टि कर दी है. हमास प्रमुख इस्माइल हानिया और कमांडर फुआद शुकर को बीते 24 घंटे में मारा गया है. वहीं देईफ की हत्या 13 जुलाई को किया गया था. ऐसा इजरायली सेना का कहना है. गौरतलब है कि ईरान और इजरायल कट्टर दुश्मन हैं. इजरायल ने हमेशा से इस्लामी देश के परमाणु कार्यक्रम को बाधित करके उसे परमाणु हथियार प्राप्त करने से रोकने की कोशिश की है, जबकि ईरान इजरायल को नुकसान पहुंचाने के लिए हमास और हिज़्बुल्लाह जैसे समूहों को धन मुहैया कराता है.
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“ईरान के भीतर हमला करना इजरायल की बड़ी उपलब्धि”
ब्लूमबर्ग के वरिष्ठ संपादक बॉबी घोष के हवाले से सीएनएन से कहा, “हमास के शीर्ष राजनीतिक नेता को मारने के लिए ईरान के भीतर हमला करना एक बड़ी उपलब्धि है, यह न केवल हमास के लिए बल्कि इसके मुख्य प्रायोजक ईरान के लिए भी एक बड़ा झटका होगा.” बॉबी घोष ने कहा, “ईरान की धरती पर हानिया की हत्या ईरान के लिए बहुत बड़ी शर्मिंदगी की बात है.” वहीं अब वैश्विक राजनीति को समझने वाले लोगों की मानें तो ईरान और इजरायल के बीच कभी भी जंग छिड़ सकता है. इसी लिहाज से भारतीय दूतावास ने लेबनान में रह रहे अपने लोगों को तुरंत वापस बुलाया है.