Iran-Israel Conflict: मिडिल ईस्ट में तनाव अपने चरम पर पहुंच चुका है. इजरायल लगातार लेबनान पर हवाई हमले कर रहा है, जबकि ईरान और लेबनान की ओर से भी जवाबी कार्रवाई हो रही है. इस हालात के बीच ईरान और इजरायल के बीच संभावित युद्ध को लेकर अटकलें तेज़ हो गई हैं. इस बीच, अमेरिका ने इस मसले पर बड़ा बयान दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि इजरायल को ईरान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई का अधिकार है, लेकिन उसे बेहद सावधानी से काम लेना चाहिए. बाइडेन ने इजरायल को ईरान के परमाणु संयंत्रों पर हमला न करने की सलाह भी दी है, ताकि हालात और गंभीर न हों.
इजरायल के पूर्व प्रधानमंत्री नफताली बेनेट का बयान
इजरायल के पूर्व प्रधानमंत्री नफताली बेनेट ने ईरान पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि पिछले 30 वर्षों से ईरान ने इजरायल को आतंकित किया है. ईरान ने हिज़बुल्लाह, हमास और इस्लामिक जिहाद जैसे आतंकी संगठनों को वित्तीय मदद, प्रशिक्षण और हथियार देकर इजरायल को घेरने की कोशिश की है. बेनेट ने कहा, “अगर इजरायल की तकनीक न होती, तो इन आतंकवादी समूहों की मिसाइलें हजारों निर्दोष लोगों की जान ले सकती थीं.”
बेनेट ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में साफ कहा कि अब वक्त आ गया है कि इजरायल ईरान के परमाणु कार्यक्रम के खिलाफ निर्णायक कदम उठाए और उनके केंद्रीय ऊर्जा केंद्रों को पूरी तरह से नष्ट कर दे. उन्होंने इसे “आतंक के ऑक्टोपस के सिर पर हमला” बताया.
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बेरूत में इजरायल का हवाई हमला
इजरायल ने लेबनान की राजधानी बेरूत में एक फ्रांसीसी मल्टीनेशनल कंपनी टोटलएनर्जीज़ के गैस स्टेशन पर भी हवाई हमला किया है. यह हमला तब हुआ जब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच जुबानी जंग जारी है. रिपोर्ट के मुताबिक, बेरूत के दक्षिणी इलाके में इस हमले के बाद बड़े पैमाने पर आग लग गई. हालांकि, अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है.
मध्य पूर्व की मौजूदा स्थिति बेहद नाजुक है. इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने शांति बनाए रखने की अपील की है. ऐसे में सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि आने वाले दिनों में ये विवाद किस दिशा में जाता है.