PM Modi Russia Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मंगलवार से अपने दो दिवसीय रूस दौरे पर हैं. जहां वह ब्रीक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं. इसके अलावा कज़ान में उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की और द्विपक्षीय वार्ता की. बैठक में पीएम मोदी ने मौजूदा रूस-यूक्रेन संघर्ष के बारे में बात की और अपना रुख दोहराया कि संघर्ष का समाधान शांतिपूर्ण होना चाहिए.
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष के विषय पर मैं आपके साथ लगातार संपर्क में हूं. जैसा कि मैंने पहले कहा है, हमारा मानना है कि समस्याओं को शांतिपूर्ण तरीके से हल किया जाना चाहिए. हम शांति और स्थिरता की शीघ्र स्थापना का पूरा समर्थन करते हैं. पीएम ने कहा, “हमारे सभी प्रयास मानवता को प्राथमिकता देते हैं. भारत आने वाले समय में हर संभव सहयोग करने के लिए तैयार है.”
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चीनी राष्ट्रपति के साथ मुलाकात कर सकते हैं पीएम मोदी
पुतिन के अलावा, प्रधानमंत्री के चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलने की संभावना है, साथ ही अन्य ब्रिक्स सदस्य देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी होगी. विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री का कज़ान हवाई अड्डे पर तातारस्तान गणराज्य के प्रमुख रुस्तम मिन्निकानोव ने स्वागत किया.
#WATCH | Russia: Prime Minister Narendra Modi meets and holds a bilateral meeting with Russian President Vladimir Putin, in Kazan on the sidelines of the 16th BRICS Summit.
(Source: Host Broadcaster) pic.twitter.com/FARmZH7T0U
— ANI (@ANI) October 22, 2024
रूस के लिए रवाना होने से पहले एक बयान में, प्रधानमंत्री ने कहा कि “भारत ब्रिक्स के भीतर घनिष्ठ सहयोग को महत्व देता है जो वैश्विक विकास एजेंडा, सुधारित बहुपक्षवाद, जलवायु परिवर्तन, आर्थिक सहयोग, निर्माण से संबंधित मुद्दों पर बातचीत और चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है.” उन्होंने कहा कि कज़ान की उनकी यात्रा भारत और रूस के बीच “विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेगी.”
राष्ट्रपति पुतिन ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा, ‘इंटरगवर्नमेंटल कमीशन की अगली बैठक 12 दिसंबर को नई दिल्ली में होने वाली है. हमारी संयुक्त परियोजनाएं लगातार प्रगति कर रही हैं. आपने कजान में भारतीय वाणिज्य दूतावास खोलने का फैसला किया है. हम इसका स्वागत करते हैं. भारत की नीतियों से दोनों देशों की साझेदारी और संबंधों को लाभ मिलेगा. हम आपको और आपके प्रतिनिधिमंडल को रूस में देखकर बहुत खुश हैं.’