Jharkhand Politics: जेएमएम नेता हेमंत सोरेन एक बार फिर झारखंड के मुख्यमंत्री बन सकते हैं. सूत्रों ने बताया कि हेमंत सोरेन के जल्द ही पदभार संभालने की संभावना है. दरअसल, मुख्यमंत्री चंपई सोरेन बुधवार को रांची में आयोजित एक समारोह में 1500 से अधिक नवचयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपने वाले थे, लेकिन ऐन मौके पर यह कार्यक्रम रद्द कर दिया गया. इसके बाद से अकटलों का बाजार गर्म हो गया है.
वहीं, अब जेएमएम सूत्रों ने बताया कि यह कार्यक्रम हेमंत सोरेन के बतौर मुख्यमंत्री वापसी करने के जश्न के तौर पर मनाया जाएगा, क्योंकि इसे एक बड़ा संदेश जाएगा. जेएमएम जनता के सामने स्पष्टता के साथ जाना चाहती है कि सरकार का नेतृत्व कौन कर रहा है, ताकि कोई संदेह न रहे. मालूम हो कि झारखंड में अगले कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं. हालांकि, कहा यह भी जा रहा है कि हेमंत सोरेन को पुनः मुख्यमंत्री बनने में कुछ विरोध का सामना करना पड़ सकता है. कारण, चंपई सोरेन एक वरिष्ठ नेता हैं और उन्होंने जेएमएम में काफी समय बिताया है.
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गौरतलब है कि झारखंड हाई कोर्ट ने शुक्रवार (28 जून) को पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को कथित जमीन घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में जमानत दी थी. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का आरोप है कि सोरेन ने रांची के बड़गाईं अंचल में 8.86 एकड़ जमीन पर कब्जा किया है.
31 जनवरी को ED ने किया था गिरफ्तार
ईडी ने 31 जनवरी को झारखंड के तत्कालीन सीएम हेमंत सोरेन को कथित जमीन घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में गिरफ्तार किया था. इसके बाद उन्होंने अपना त्यागपत्र झारखंड के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन को सौंप दिया, जिन्होंने चंपई सोरेन को उनके स्थान पर मुख्यमंत्री नियुक्त किया. सोरेन पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए करोड़ों रुपये की जमीन हासिल करने का आरोप लगा है. ईडी का मानना है कि सोरेन ने फर्जी विक्रेता और खरीदार दिखाकर आधिकारिक रिकॉर्ड में हेरफेर के माध्यम से आपराधिक आय अर्जित की है. उधर, जेएमएम का कहना है कि ये सब बदले की भावना के तहत किया जा रहा है.