Jayant Sinha News: बीजेपी ने झारखंड के हजारीबाग से निवर्तमान सांसद जयंत सिन्हा को लोकसभा चुनाव से दूरी बनाने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया था. पार्टी ने दो दिनों के भीतर उनसे जवाब मांगा था. वहीं, अब सिन्हा ने अपने जवाब को सार्वजनिक कर दिया है. उन्होंने कहा, “मैंने 2 मार्च को ही लोकसभा चुनाव में सहभागिता न करने की सार्वजनिक घोषणा कर दी थी. ताकि मैं वैश्विक जलवायु परिवर्तन से उभरे हुए मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर सकूं.”
सिन्हा ने आगे कहा, “अगर पार्टी चाहती थी कि मैं किसी प्रकार की चुनावी गतिविधियों में भाग लूं, तो निश्चित रूप से आप मुझसे संपर्क कर सकते थे. हालांकि, 2 मार्च को मेरी घोषणा के बाद झारखंड के किसी भी वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारी या सांसद/विधायक ने मुझसे संपर्क नहीं किया. मुझे किसी भी पार्टी कार्यक्रम, रैली या संगठनात्मक बैठक के लिए आमंत्रित नहीं किया गया. यदि बाबूलाल मरांडी मुझे कार्यक्रमों में शामिल करना चाहते थे तो वे निश्चित रूप से मुझे आमंत्रित कर सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया.”
My response to Shri Aditya Sahu ji’s letter sent on May 20, 2024 pic.twitter.com/WfGIIyTvdz
— Jayant Sinha (Modi Ka Parivar) (@jayantsinha) May 22, 2024
नोटिस में BJP ने कही थी ये बात
दरअसल, बीजेपी ने मंगलवार को हजारीबाग से निवर्तमान सांसद जयंत सिन्हा को नोटिस भेजा था. प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू की तरफ से जारी नोटिस में कहा गया है- “लोकसभा चुनाव में जब से हजारीबाग क्षेत्र से पार्टी द्वारा मनीष जायसवाल को प्रत्याशी घोषित किया गया है, तब से आप न तो चुनाव प्रचार-प्रसार और न ही संगठनात्मक कार्य में रुचि ले रहे हैं. इसके बावजूद इस लोकतंत्र के महापर्व में आप अपने मताधिकार का प्रयोग करना भी उचित नहीं समझा, आपके द्वारा बरती गई इस रवैये से पार्टी की छवि धूमिल हुई है. आपसे अनुरोध है कि इस संबंध में दो दिनों के अंदर स्पष्टीकरण देने का कष्ट करें.”
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वोटिंग को लेकर ये बोले सिन्हा
जयंत सिन्हा ने वोटिंग को लेकर भी सफाई दी है. उन्होंने कहा, “लोकसभा अध्यक्ष को सूचित करने के बाद मैं कुछ महत्वपूर्ण निजी प्रतिबद्धताओं के कारण 10 मई को विदेश चला आया. पार्टी द्वारा मुझे किसी भी कार्यक्रम में आमंत्रित न किए जाने के कारण मुझे वहां रुकने की कोई खास आवश्यकता दिखाई नहीं पड़ी. जाने से पहले मैंने पोस्टल बैलेट प्रक्रिया के माध्यम से अपना वोट दिया था. इसलिए यह आरोप लगाना गलत है कि मैंने अपने मतदान के कर्तव्य का पालन नहीं किया.”