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Jharkhand Election: महिला वोटरों के हाथ सत्ता की चाबी, जानें कैसे तय करेंगी उम्मीदवारों के भविष्य

Jharkhand Assembly Election 2024

चंपई सोरेने और हेंमंत सोरेन

Jharkhand Assembly Election 2024: झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. यहां राज्य की कुल 81 विधानसभा सीटों पर दो चरणों में 13 नवंबर और 20 नवंबर को मतदान हैं. जहां बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन एनडीए और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है. राज्य में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता और सीएम हेमंत सोरेन को एनडीए गठबंधन की ओर से कड़ी चुनौती दी जा रही है.

सभी राजनीतिक पार्टियों में चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है. दो चरणों के बाद 23 नवंबर को मतों की गणना होगी, जिससे यह साफ होगा कि क्या फिर से राज्य में हेमंत सोरेन की वापसी होती है और भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनती है.

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32 सीटों पर अहम भूमिका में महिलाएं

हालांक, यह  चुनावी नतीजे तय करेगा की झारखंड में अगली सरकार किस पार्टी की बनेगी, लेकिन राज्य की सत्ता की कुंजी महिलाओं के हाथों में हैं. झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन और पूर्व सीएम चंपई सोरेन सहित राज्य की 32 विधानसभा सीटों पर जीत में महिलाओं की अहम भूमिका होगी. महिलाएं तय करेंगी कि इन 32 सीटों पर किस पार्टी का कौन उम्मीदवार जीतता है.

आइए जानते हैं कि आधी आबादी कैसे उम्मीदवारों की जीत तय करेगी. चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़े के अनुसार राज्य की 32 विधानसभा सीटों में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं से अधिक हैं. इन 32 विधानसभा सीटों में से 26 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीटें हैं.

बरहेट में पुरुषों से ज्यादा महिला वोटर

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बरहेट विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. 2005 से यह सीट झारखंड मुक्ति मोर्चा जीतती आ रही है. साल 2014 और 2019 में इस सीट से हेमंत सोरेन जीत हासिल कर चुके हैं और इस चुनाव में हैट्रिक जीत के लिए बाजी लगा रहे हैं, लेकिन उनकी जीत या हार में महिलाओं की भूमिका अहम होगी, क्योंकि इस विधानसभा सीट पर महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाता की तुलना में अधिक है. बरहेट विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 2.25 लाख हैं. इनमें 1.15 लाख महिलाएं और 1.09 लाख पुरुष वोटर्स हैं यानी करीब छह हजार महिलाएं अधिक हैं.

महिला मतदाता तय करेंगी चंपई सोरेन का भविष्य

इसी तरह, सरायकेला विधानसभा क्षेत्र से राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन पहली बार वह भाजपा के टिकट पर इस विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. यह चुनाव उनके लिए अग्निपरीक्षा है. इस चुनाव में क्या वह अपनी राजनीतिक साख बचा पाएंगे. यह देखना अहम होगा, लेकिन इसमें आधी आबादी की अहम भूमिका होगी. क्योंकि यहां कुल मतदाता 3.69 लाख से अधिक हैं, इनमें 1.83 लाख पुरुष और 1.85 लाख महिला मतदाता हैं.

यानी पुरुष मतदाताओं की तुलना में दो लाख महिला मतदाता अधिक हैं. सरायकेला और बरहेट के साथ राज्य के 32 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं से ज्यादा हैं.

मझगांव में नौ हजार अधिक हैं महिला वोटर्स

इसी तरह पश्चिमी सिंहभूम जिले के मझगांव विधानसभा सीट पर पुरुष मतदाताओं की तुलना में सबसे अधिक महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है. यहां 1.21 लाख महिला मतदाता हैं, जबकि पुरुष मतदाताओं की संख्या 1.12 लाख है. करीब नौ लाख अधिक महिला मतदाता हैं.

झारखंड में कुल मतदाताओं की संख्या 2.60 करोड़ है. इनमें 1.31 करोड़ पुरुष और 1.29 करोड़ महिला वोटर्स हैं. 2019 के विधानसभा चुनाव में कुल मतदाताओं की संख्या 2.23 करोड़ थी. झारखंड में 11.84 लाख मतदाता पहली बार वोट करेंगे. यहां के कुल मतदाताओं में 1.13 लाख दिव्यांग, थर्ड जेंडर और 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाता हैं.

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