Jharkhand News: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बीते दिनों ही ईडी ने गिरफ्तार किया था. अब उनके खिलाफ ईडी ने अपना एक्शन और तेज कर दिया है. ईडी ने पीएमएलए कोर्ट को पूर्व सीएम के खिलाफ दी गई रिमांड पीटिशन में एक व्हाट्सएप चैट का हवाला दिया है. ईडी ने जिस व्हाट्सएप चैट का हवाला दिया है वो आर्किटेक्ट विनोद सिंह की है. ईडी का दावा है कि विनोद सिंह के पास से परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड मिले हैं.
ईडी ने विनोद सिंह के पास से अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड मिलने और फिर उनकी पूर्व सीएम हेमंत सोरेन से व्हाट्सएप चैट को काफी गंभीरता से लिया है. इस व्हाटसएप चैट के जरिए ईडी को संपत्तियों की खरीब-बिकरी, ट्रांसफर-पोस्टिंग और सरकारी रिकॉर्ड को भेजे जाने के भी सबूत मिले हैं. ईडी को विनोद सिंह के मोबाइल से कई और लोगों से बातचीत होने के सबूत मिले हैं.
590 पेज का चैट होने का दावा
ईडी ने विनोद सिंह के मोबाइल और व्हाट्सएप के जरिए मिले सबूत को कोर्ट में सौंप दिया है. इसके आधार पर ईडी अब उन्हें आगे रिमांड पर लेने की मांग कर सकती है. कोर्ट को दी गई जानकारी में ईडी ने 590 पेज का चैट होने का दावा किया है. अधिकारी को होटवार और हजारीबाग में पोस्टिंग दिलाने की चैट द्वारा मिली जानकारी भी कोर्ट को दी गई है. इसमें एक आईएएस अधिकारी का नाम लिखकर उसके ट्रांसफर के बारे में जानकारी दी गई थी.
ईडी के ओर से ट्रांसफर पोस्टिंग में कई व्हाट्सएप चैट का हवाला दिया गया है. व्हाट्सएप चैट में विनोद सिंह ने बंगाल के कोयला माफिया अनूप मांझी उर्फ लाला से भी मुलाकात की बात लिखी है. हालांकि ईडी ने अभी पूर्व सीएम को जमीन घोटाले से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया है. लेकिन ईडी का दावा है कि वो उनकी जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं.